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पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर बैकफुट पर आई पंजाब सरकार

Shantanu Roy
13 Aug 2022 3:23 PM GMT
पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर बैकफुट पर आई पंजाब सरकार
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बड़ी खबर
फगवाड़ा। फगवाड़ा में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर आते हुए नजर आ रही है? घटे अहम और बड़े घटनाक्रम में पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने पंजाब सरकार और शूगर मिल के खिलाफ प्रदर्शन कर नेशनल हाईवे नंबर एक पर बैठे किसानों के साथ बैठक की है। हालांकि उक्त बैठक पूरी तरह से बेनतीजा रही है और किसानों ने अपने आंदोलन को जस का तस जारी रखने की घोषणा कर दी है। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए पंजाब की भगवंत मान सरकार ने हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गांव भूना में शूगर मिल के मालिकों की जमीन की रजिस्ट्री पर लगी रोक को पूरी तरह से वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पंजाब सरकार की ओर से लिखित में पूरी प्रक्रिया पूरी कर हरियाणा सरकार को लिखा गया है और अब इस जमीन की रजिस्ट्री पर कोई रोक नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर शूगर मिल के प्रबंधन से भी बातचीत की जाएगी।
इस जमीन के सौदे के पूरा होने के बाद सरकारी तौर पर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जमीन की बिक्री से मिलने वाली करोड़ों रुपये की राशि किसानों के खातों में ही जमा हो। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि पंजाब सरकार को इस मामले पर बहुत पहले ही बनती पहल करनी चाहिए थी ताकि किसान भाईयों सहित फगवाड़ा के लोगों को किसान आंदोलन के कारण आ रही परेशानियों का सामना ही न करना पड़ता। उन्होंने कहा कि सरकार की कई मजबूरियां हैं लेकिन अब इस मामले में कुछ अधिकारियों द्वारा की गई बड़ी गलती को लेकर आवश्यक सुधार कर बनती पहल की गई है। सनद रहे कि फगवाड़ा में आज किसानों द्वारा किए गए जबरदस्त रोष प्रदर्शन और धरने के पांचवें दिन किसानों ने एक स्वर में पंजाब सरकार की उक्त मामले को लेकर खुलकर निंदा की थी कि सरकार ने शूगर मिल के प्रबंधकों की गांव भूना में जमीन की रजिस्ट्री पर बिना किसी मतलब के रोक लगा दी है, जबकि सरकार के बड़े अधिकारियों को इस बात की जानकारी थी कि इस जमीन का सौदा काफी पहले हो चुका है। इसके बयाने (एडवांस) की जो राशि करोड़ों रुपये की थी उसे मिल प्रबंधन द्वारा सीधे किसानों के खातों में जमा कर दिया गया था।
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