पंजाब
पंजाब: 38 दिन से दे रहे थे धरना, प्रशासन के रवैये से नाराज किसानों ने बंद किए मिनी सचिवालय के गेट
Kajal Dubey
18 July 2022 1:23 PM GMT
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दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को पंजाब सरकार ने मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का एलान किया हुआ है लेकिन फरीदकोट जिले से संबंधित 34 किसानों में से किसी के भी परिवार को मुआवजा जारी नहीं किया गया।
इसके रोष में भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर की तरफ से 10 जून से मिनी सचिवालय में दिन रात धरना दिया जा रहा है। धरने के पहले दिन ही जिला प्रशासन ने एक सप्ताह में मुआवजा देने का भरोसा दिया था लेकिन 38 दिन बीत जाने पर अभी तक सिर्फ एक ही किसान के परिवार को मुआवजा जारी किया गया है। इसके विरोध में सोमवार को किसानों ने मिनी सचिवालय के सभी गेट बंद कर दिए। किसानों के इस कदम के बाद मिनी सचिवालय के विभिन्न दफ्तरों के अधिकारी, कर्मचारी समेत कामकाज करवाने आए लोग खासे परेशान हुए।
किसान नेता बोहड़ सिंह रूपयांवाला ने कहा कि पिछले 38 दिनों के दौरान उनकी प्रशासन के साथ कई बार बैठकें हो चुकी हैं लेकिन प्रशासन सिर्फ भरोसा ही दे रहा है। उन्होंने कहा कि जब राज्य के बाकी जिलों में किसानों के परिवारों को मुआवजा मिल चुका है तो फरीदकोट जिले का प्रशासन मुआवजा जारी क्यों नहीं करवा रहा।
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