पंजाब चुनाव: बलविंदर सिंह लड्डी का हुआ मोहभंग, लोटे वापस अपनी पार्टी में
6 दिनों पहले, कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले विधायक बलविंदर सिंह लड्डी का मोहभंग हो गया है और वह अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने सियासी समीकरण दुरुस्त करने में जुटे हैं। दूसरी तरफ, नेताओं का पाला बदलना भी जारी है। 6 दिनों पहले, कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले विधायक बलविंदर सिंह लड्डी का मोहभंग हो गया है और वह अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
श्रीहरगोविदपुर से विधायक बलविंदर सिंह लड्डी ने 6 दिनों पहले ही भाजपा का दामन थामा था। रविवार रात को कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मौजूदगी में बलविंदर सिंह लड्डी की 'घर वापसी' हुई। जब से उन्होंने पार्टी छोड़ी थी तब से कांग्रेस उनकी वापसी की कोशिश में जुटी थी और उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने का भी वादा किया था।
कांग्रेस ने पहले संकेत दिया था कि लड्डी का आगामी चुनावों में टिकट कट सकता है, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट की पेशकश करने का फैसला किया। कांग्रेस दो विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद से चिंतित नजर आ रही थी। पिछले दिनों ऐसी खबरें आई थीं कि पार्टी पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले, इस 'भगदड़' को रोकने के लिए नामों को फाइनल कर रही है और जल्द ही उम्मीदवारों का ऐलान किया जा सकता है।
वहीं, कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि लड्डी को वापस लाना पार्टी के लिए एक उपलब्धि है। बता दें कि बलविंदर सिंह लड्डी के साथ कांग्रेस विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा भी भाजपा में शामिल हुए थे, जो कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा के भाई हैं।
दूसरी तरफ, 6 दिनों में भी लड्डी के भाजपा से मोहभंग होने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के उन दावों को झटका लगा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी के दरवाजे पर दूसरी पार्टी के नेताओं की बहुत लंबी लाइन लगी हुई है। बीजेपी के पंजाब प्रभारी शेखावत ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मीटिंग के बाद कहा था, ''जल्द ही आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के कई नेता हमारी पार्टी जॉइन करेंगे।''