पंजाब

Punjab Election: अमित शाह के साथ बैठक पर बोले कैप्टन अमरिंदर सिंह- 'पंजाब पर आम चर्चा थी, चुनाव पर नहीं'

Kunti Dhruw
7 March 2022 5:23 PM GMT
Punjab Election: अमित शाह के साथ बैठक पर बोले कैप्टन अमरिंदर सिंह- पंजाब पर आम चर्चा थी, चुनाव पर नहीं
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कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाले पंजाब लोक कांग्रेस (Punjab Lok Congress) के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने आज दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के साथ बैठक की. राज्य के विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे. ऐसे में मतगणना से पहले हुई इस बैठक को अहम माना जा रहा है. इस बैठक को लेकर सिंह ने कहा कि मैंने गृह मंत्रालय के साथ चुनावी नतीजों पर सामान्य चर्चा की है. परिणाम आने के बाद ही इसपर विस्तार से चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि यह बैठक पंजाब पर आम चर्चा थी, चुनाव पर नहीं.

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर से जब यह पूछा गया कि राज्य चुनाव (Punjab Election) में कितनी सीटों पर जीत की उम्मीद है? तो उन्होंने कहा, 'मैं पंडित नहीं हूं. मैं कोई ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो भविष्यवाणी कर सके. मेरी पार्टी ने अच्छा किया है. बीजेपी (BJP) ने अच्छा किया है. देखते हैं क्या होता है.' गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Assembly Election 2022) के परिणाम 10 मार्च को घोषित होने हैं. राज्य की 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को एक ही चरण में वोटिंग हुई थी.


बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे सिंह
अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. राज्य में शिरोमणि अकाली दल (SAD) से अलग होने के बाद बीजेपी इस बार सबसे ज्यादा सीटों पर इलेक्शन लड़ रही है. पिछली बार के विधानसभा चुनाव (2017) में कांग्रेस राज्य की सत्ता हासिल करने में सफल साबित हुई थी. पंजाब में कांग्रेस शासन का कार्यकाल 28 मार्च को समाप्त हो रहा है.
59 सीटों पर जीत जरूरी
राज्य की 117 सीटों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन दल को कम से कम 59 सीटों पर जीत सुनिश्चित करनी होगी. 59 सीटों का आंकड़ा पार करने वाला गठबंधन या पार्टी ही सत्ता हासिल करने में सफल साबित होगी. साल 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 117 में से 77 सीटों पर जीत हासिल की थी. इन चुनावों में कांग्रेस के बाद आम आदमी पार्टी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. AAP ने कुल में से 20 सीटों पर विजय प्राप्त की थी. इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल को 15 सीटों पर और बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों पर जीत मिली थी. इसके अलावा, लोक इंसाफ पार्टी को 2 सीटें हाथ लगी थी.


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