शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) (Shiromani Akali Dal (Sanyukt) के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ढींढसा (Sukhdev Singh Dhindsa) ने पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) में मिली करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए, पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है. सुखदेव सिंह ढींढसा ने पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में अपना इस्तीफा सौंपा. उन्होंने कहा कि हार के कारणों को स्वीकार करना और आत्मनिरीक्षण करना अध्यक्ष की जिम्मेदारी है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल को भी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहिए.
हालांकि सुखदेव सिंह ढींढसा के इस्तीफे को लेकर फैसला पार्टी की कोर कमेटी लेगी. गौरतलब है कि शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) ने एनडीए गठबंधन के हिस्से के रूप में 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी केवल लहरा से जमानत राशि बचा सकी, जहां से पार्टी नेता परमिंदर सिंह ढींडसा चुनाव लड़ रहे थे. पंजाब विधानसभा की लहरा सीट पर सबकी निगाहें लगी हुई थीं. यहां पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार बरिंदर कुमार गोयल ने 26,518 हजार वोटों से जीत दर्ज की. दूसरे स्थान पर सिरोमण अकाली दल (संयुक्त) के परमिंदर सिंह ढींडसा को 33,540 वोट मिले. तीसरे स्थान पर कांग्रेस रही.
शिरोमणि अकाली दल को मिली है सिर्फ तीन सीट
2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार लहरा सीट पर करीब 6.34 फीसदी कम मतदान हुआ और 79.60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. 2017 विधानसभा चुनाव में 85.26 फीसदी मतदान हुआ था. आपको बता दें कि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को सिर्फ तीन सीट ही मिली. इससे पहले 2017 के चुनाव में 15 सीटें मिली थी. वहीं बीजेपी को 2, जबकि कांग्रेस को 18 सीट प्रप्त हुई. सबसे ज्यादा सीट इस बार आम आदमी पार्टी के खाते में गई है. आम आदमी पार्टी को कुल 92 सीटें मिली हैं.