PSPCL ने पचवारा खदान से कोयला प्राप्त कर एक हजार करोड़ रुपए बचाया : मंत्री हरभजन सिंह
Chandigarh,चंडीगढ़ : चंडीगढ़ राज्य बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि दिसंबर 2022 में पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई पहल कोल इंडिया लिमिटेड से कोयला प्राप्त करने का एक लागत प्रभावी विकल्प साबित हुई है। राज्य बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि दिसंबर 2022 में पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई पहल कोल इंडिया लिमिटेड से कोयला प्राप्त करने का एक लागत प्रभावी विकल्प साबित हुई है। पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) ने झारखंड में पचवारा कोयला खदान से सस्ता कोयला प्राप्त करके लगभग ₹1,000 करोड़ बचाए हैं। कोयला खदान केंद्र सरकार द्वारा राज्य को आवंटित की गई थी।
राज्य बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि दिसंबर 2022 में पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई पहल कोल इंडिया लिमिटेड से कोयला प्राप्त करने का एक लागत प्रभावी विकल्प साबित हुई है। उन्होंने कहा कि पचवाड़ा कोयला खदान 2015 से बंद है। ईटीओ ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पचवाड़ा खदान से प्राप्त कोयला कोल इंडिया लिमिटेड से प्राप्त कोयले की तुलना में प्रति 1 लाख मीट्रिक टन 11 करोड़ रुपये सस्ता है।
उन्होंने कहा, "आज तक पीएसपीसीएल ने पचवाड़ा से 92 लाख मीट्रिक टन कोयला खरीदा है, जिसे 2,400 रेक के माध्यम से ले जाया गया है।" बिजली मंत्री ने कहा कि पंजाब के थर्मल प्लांटों को अब कोयले की कमी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि रोपड़ में गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल पावर प्लांट के पास 35 दिनों के लिए पर्याप्त कोयला स्टॉक है, लेहरा मोहब्बत में श्री गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट के पास 26 दिनों का स्टॉक है और गोइंदवाल साहिब में श्री गुरु अमरदास थर्मल पावर प्लांट के पास 28 दिनों का स्टॉक है।