पंजाब

अस्पतालों की खस्ता हालत, एमरजेंसी में परिजनों के साथ किया यह व्यवहार

Shantanu Roy
22 Oct 2022 3:02 PM GMT
अस्पतालों की खस्ता हालत, एमरजेंसी में परिजनों के साथ किया यह व्यवहार
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अमृतसर। 'आप' सरकार सत्ता में आने के बाद भी गुरु नानक देव अस्पताल की स्थिति नहीं सुधरी है। अस्पताल स्थित गायनी वार्ड में बीती शाम जमकर हंगामा हुआ, गायनी वार्ड में एक महिला को डिलीवरी के बाद रखा गया था। एमरजेंसी में मरीज के परिजनों से डाक्टरों ने जमकर दुर्व्यवहार किया और उन्हें धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। उक्त घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आरोप है कि जब महिला के परिजनों ने छुट्टी की मांग की तो डाक्टरों ने बुरा-भला कहा। हैरानीजनक बात यह रही कि विवाद कई घंटे तक चलता रहा, परंतु कोई भी सीनियर अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा व मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ने जांच का हवाला देते हुए मामले को शांत करने की कोशिश की। इस सारे मामले की मरीज के परिजनों द्वारा बनाई गई वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
जानकारी के अनुसार जुझार जीत सिंह नामक शख्स ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी की तीन दिन पूर्व डिलीवरी हुई थी। बुधवार की सुबह उन्होंने डाक्टरों से कहा कि उन्हें छुट्टी दे दें। डाक्टर ने कहा कि वह डिस्चार्ज कार्ड बना देंगे। इसके बाद छुट्टी कर देंगे। जुझार जीत के अनुसार वह डिस्चार्ज कार्ड बनवाने के लिए बुधवार को पूरा दिन डाक्टरों के आगे मिन्नतें करता रहा, पर किसी ने सुना नहीं। बुधवार रात को उसने इस बात का विरोध दर्ज करवाया तो डाक्टरों ने उसकी पत्नी व बच्चे को वार्ड से बाहर निकाल दिया। इसके बाद उसने डाक्टर से बात की तो उसे बुरा-भला कहा। मुझ पर शराबी होने का आरोप लगाया। वह अमृतधारी सिख है। शराब और मांस को हाथ नहीं लगाता। गायनी वार्ड में डाक्टरों ने उससे बेहद बुरा व्यवहार किया। उसने वीडियो बनाई तो अस्पताल के एक कर्मचारी ने उसका मोबाइल छीन लिया तथा उसे धक्के मारे गए। उसने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर यह पवित्र अस्पताल बनाया गया है, परंतु यहां पर जूनियर डॉक्टर अपनी मनमानी कर रहे हैं, सीनियर डॉक्टर कोई भी मौके पर नहीं आया।
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