
पंजाब की जेलों में गैर कानूनी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने बुधवार को 25 जेलों में जेल विभाग के साथ मिलकर ऑपरेशन सतर्क चलाया। ऑपरेशन में 2500 से अधिक पुलिस मुलाजिमों ने सभी जेलों की चेकिंग की।
चेकिंग के दौरान जेलों से 21 मोबाइल फोन समेत सिम कार्ड, मोडिफाइड चाकू व 8.7 ग्राम हेरोइन रिकवर हुई। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस दौरान केंद्रीय जेलों, जिला व सब डिवीजन जेलों की भी चेकिंग की गई। विशेष डीजीपी कानून व व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने खुद इस मुहिम की अगुवाई की। वह एडीजीपी जेल अरुण पाल सिंह के साथ पटियाला जेल पहुंचे। इस मौके पर इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस पटियाला रेंज सुखविंदर सिंह छीना व एसएसपी पटियाला वरुण शर्मा भी हाजिर थे।
पुलिस से पता चला है कि ऑपरेशन सतर्क बुधवार दोपहर 12 से 3 बजे तक चला। उच्चाधिकारियों की तरफ से सभी जिलों के एसएसपी को अपने अधीन आते जिलों में ऑपरेशन की कमान सौंपी गई थी। इस दौरान जेलों के अंदर व बाहर भारी संख्या में पुलिस मुलाजिम तैनात किए गए थे ताकि कोई भी व्यक्ति जलों से कुछ भी बाहर न फेंक पाए। अभियान में स्निफर डॉग भी शामिल किए गए थे।
स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि इस कार्रवाई का मकसद सिर्फ जेलों के अंदर गैर कानूनी गतिविधियों को रोकना ही नहीं बल्कि इस बात को भी यकीनी बनाना है कि जेलों में कैदियों को सारी सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं। पुलिस टीमों ने जेल कांप्लेक्स में बैरकों, रसोई, शौचालय समेत हरेक चीज की जांच की। उन्होंने बताया कि इस तरह के ऑपरेशन भविष्य में भी चलाए जाएंगे।
याद रहे कि गत सात दिन में पुलिस ने विभिन्न जिलों में नशा तस्करों व आपराधिक किस्म के लोगों के खिलाफ स्पेशल चेकिंग मुहिम चलाई। इसमें करीब 150 एफआईआर दर्ज कर 100 से ज्यादा लोगों को पकड़ा है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे इलाके के लोगों का फायदा होगा। वहीं, पूरे पंजाब के 104 गांवों ने नशा मुक्ति की शपथ ली।
