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पुलिस के हाथ लगा बड़ा सुराग
लुधियाना: बुधवार को बाद दोपहर थाना सलेम टाबरी में तैनात पुलिस अधिकारी ने ट्रेन के नीचे आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उक्त हादसा लक्कड़ पुल के निकट दिल्ली अमृतसर रेलवे लाइन पर हुआ, उस मिल्ट्री स्पेशल ट्रेन वहां से गुजर रही थी। पता चलते ही पुलिस विभाग में एक दम सनसनी फैल गई। पता चलते ही थाना जीआरपी के डीएसपी बलराज राणा, इंस्पेक्टर जसकरण सिंह व एसीपी महेश कुमार व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मौके का मुआयना करने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पता चलने पर जिंदर की पत्नी व उसका बेटा भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मरने वाले पुलिस अधिकारी की पहचान ए.एस.आई जिंदर कुमार के रूप में की है। पुलिस ने मौके पर जिंदर कुमार के सामान की तलाशी के दौरान सुसाइड नोट बरामद कर लिया। जिसके आधार पर पुलिस ने काराबारा के रहने वाले जगसीर सिंह, चरणजीत कौर, सुखबीर सिंह व एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पुलिस अधिकारी कुछ ही समय पहले रेलवे ट्रैक के पास पहुंचा और वहां पर टहलता रहा, जो कि काफी परेशान दिखाई दे रहा था। कुछ देर के बाद मिल्ट्री स्पेशल ट्रेन आई तो वह पहले आगे गया और फिर वापस आ गया, लोगों ने उसे आवाज देकर पीछे हटने के लिए कहा। लेकिन आऊटर होने के कारण ट्रेन की गति भी कम थी, जब कुछ डिब्बे निकल गए तो पुलिस अधिकारी ने यह कदम उठाया।
मिली जानकारी के अनुसार जिंदर कुमार पिछले काफी से डीआईजी आफिस के बाहर ट्रैफिक डयूटी करता था और कुछ समय पहले ही एएसआई प्रमोट हुआ था, जो कि इमानदार छवि का था। गत दिनों हुई ट्रास्फर के दौरान उसका तबादला थाना सलेम टाबरी में हो गया। उसे अधिकारियों की तरफ से एक प्रोपटी विवाद में दर्ज एफआईआर की तफतीश मार्क की गई थी, जिसे लेकर जिंदर दोनों पार्टियों के संपर्क में था।
वीडियो बना कर वायरल करने की दे रहे धमकी
अधिकारियों के अनुसार जिंदर ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उक्त चार लोग उसे मानसिक तौर पर परेशान कर रहे थे और बार बार उस पर रिश्वत लेने का आरोप लगा रहे थे और उसकी विडियो वायरल कर उसे रिश्वत के मामले में फंसाने की धमकी दे रहे थे। जब कि उन्होंने दस्तावेज कह कर उसे राशि का पैकेट पकड़ाया था और वह उसे वापस कर रहा था। उसने कोई भी रिश्वत नहीं ली थी। जिस कारण वह मानसिक तौर पर परेशान था। दस्तावेज कह कर रिश्वत के तौर पर राशि का पैकेट दिया।
सूत्रों का कहना है कि इस मामले को लेकर वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक तौर पर परेशान था। बुधवार को दोनों पार्टियों को एसीपी नार्थ के आफिस में बुलाया गया था, जब कि पहले भी बुलाया गया था। उक्त आरोपियों ने उसे केस संबंधित दस्तावेज देने के बहाने एक पैकेट थमा दिया, जिसमें करीब 40 हजार रुपए थे। जब उसे पता लगा तो उसने पैकेट वापस करना शुरू कर दिया, इसी दौरान उनके एक साथी ने पैकट वापस करते हुए कि विडियो बना ली और उसे धमकाना शुरू कर दिया कि उसने रिश्वत ली है। फिर उस पर उनके हक में मामला करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया।
एसीपी आफिस से सीधा ही चला गया ट्रैक पर
आशंका जताई जा रही है कि वह एसीपी नार्थ के आफिस से सीधा ही रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया और सुसाइड नोट लिखा। लेकिन अधिकारी कहते है कि वह आफिस पहुंचा ही नहीं। सूत्रों के अनुसार बुधवार को भी एसीपी नार्थ के आफिस में गया, दोनों पार्टियां वहां पर पहुंच चुकी थी। लेकिन उक्त लोगों ने उस पर फिर आरोप लगाना शुरू कर दिया कि वह जानबूझ कर नहीं आ रहा है और नीचे से वापस चला गया है। हालांकि एसीपी नार्थ व अन्य अधिकारियों को इस मामले की जानकारी नहीं थी और ना ही उन्होंने उसे इस संबंध में कोई पूछताछ की थी। लेकिन उक्त आरोपी जानबूझ कर उस पर दबाव बना कर उसे मानसिक तौर पर परेशान कर रहे थे।
फिलहाल परिवार के बयानों और मौके पर मिले सुसाइड नोट के आधार पर चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वीरवार को पोस्टमार्टम करवा कर लाश को परिवार के हवाले किया जाएगा, आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई की जा रही है और आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
सोर्स: पंजाब केसरी
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