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लुधियाना। मुल्लांपुर के गांव देतवाल में पंजाब नेशनल बैंक में साढ़े सात लाख की लूट के मामले को सुलझा लिया है। इस मामले में जगराओं पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा जबकि कमिश्नरेट पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी बैंक में कार्यरत एक चपरासी था, जो डी.एस.पी. बलराज सिंह गिल की हत्या करने वाले आरोपी का सगा भाई है जबकि इस मामले में 2 आरोपी अभी भी फरार हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह है, जो बैंक का चपरासी है, जबकि रूपिंदर सिंह उर्फ पिंदर, इंद्रजीत सिंह और रवि सहोता शामिल हैं। इनके पास से 12 बोर डबल बैरल गन, 32 बोर देशी कट्टा, 14 कारतूस, 32 बोर के 7 खोल प्वाइंट, तेजधार हथियार, 2.39 लाख नकद, बाइक और अन्य सामान बरामद किया गया है। फरार आरोपी जालंधर के रहने वाले हैं, जिनको पकड़ने के लिए टीमों द्वारा छापेमारी की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर डॉ. कौस्तुभ शर्मा ने बताया कि 11 अगस्त को गांव देतवाल स्थित पंजाब नेशनल बैंक में हथियारबंद लुटेरों ने शाम को बंदूक की नोक पर साढ़े 7 लाख रुपए लूट लिए थे। बड़ी घटना को लेकर देहाती पुलिस के साथ-साथ लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस भी मामले की जांच कर रही थी. पुलिस थाना पी.ए.यू. पुलिस को सूचना मिली कि गांव बरनहरा के कुछ युवक हथियारों से लैस हैं और लूट की बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस पार्टी ने छापेमारी कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि उनके 2 साथी फरार हो गए।
आरोपियों के पास से नकदी, तेजधार हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। आरोपी पर थाना पी.ए.यू. में मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान पता चला है कि उक्त आरोपी ने ही पी.एन.बी. की लूट की वारदात की है जो अब एक और बड़ी घटना को अंजाम देने की ताक में थे।
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