पंजाब सरकार वीआईपी इस्तेमाल के लिए एक आधुनिक एयरक्राफ्ट किराए पर लेने की तैयारी कर रही है. इसके लिए सरकार ने टेंडर जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि सरकार एक साल के लिए 8 से 10 सीटों वाला एक एयरक्राफ्ट किराए पर लेना चाहती है. पंजाब सरकार के सिविल एविएशन विभाग ने इसके लिए कोटेशन भी मांगे हैं. वर्तमान में सरकार के पास अपना एक हेलीकॉप्टर है, जिसमें चार या पांच लोग ही सवार हो सकते हैं. पंजाब सरकार के इस फैसले को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरना भी शुरू कर दिया है.
पंजाब सरकार एक डसॉल्ट फाल्कन 2000 फिक्स्ड विंग विमान एक साल की अवधि के लिए किराए पर लेगी. इससे पहले पंजाब का सरकारी फिक्स्ड विंग विमान 2008 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. वर्तमान में अगर राज्य जरूरत के आधार पर रोजाना बेसिस पर एक फिक्स्ड विंग विमान किराए पर लेती है तो ये एक महंगा प्रस्ताव होगा. इसलिए पंजाब सरकार एक साल की लीज पर विमान किराए पर लेगी और इस लीज को जरूरत के हिसाब से आगे बढ़ाया जाता रहेगा.
केजरीवाल के हुक्म पर लीज पर लिया जा रहा विमान
विमान लीज पर लेने के मुद्दे पर पंजाब सरकार की तरफ से अब तक कोई भी सफाई नहीं दी गई है, लेकिन अकाली दल और बीजेपी ने विमान किराए पर लेने के मामले पर पंजाब सरकार को घेरा है. पंजाब बीजेपी के नेता राज कुमार वेरका ने आम आदमी पार्टी को नौटंकीबाज पार्टी करार देते हुए कहा कि पंजाब का पैसा बर्बाद किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल साहब को पंजाब सरकार मुफ़्त में घुमा रही है. अब उन्होंने हुक्म जारी किया कि ये हेलीकॉप्टर छोटा है, बड़ा एयरक्राफ्ट ख़रीदा जाए, इसलिए ये टेंडर निकाला गया है.
दिल्ली सरकार को भी देना चाहिए आधा खर्च
अकाली दल का कहना है कि ये एयरक्राफ्ट अरविंद केजरीवाल के लिए ही लीज पर लिया जा रहा है. आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है, इसलिए इस एयरक्राफ्ट को उनकी देश भर की यात्राओं के लिए लिया जा रहा है और इससे पहले भी गुजरात और हिमाचल में पंजाब सरकार का ही हेलीकॉप्टर इस्तेमाल अरविंद केजरीवाल को लाने-लेजाने के लिए इस्तेमाल होता है. केजरीवाल की दिल्ली सरकार को भी उसका आधा खर्चा देना चाहिए, लेकिन अरविंद केजरीवाल की चुनावी यात्राओं का सारा बोझ पंजाब पर ही डाला जा रहा है