पंजाब

अश्लील बातें करने के बाद बना लेते थे Nude Video, फिर पूरा गिरोह करता था ये काम

Shantanu Roy
20 Aug 2022 2:11 PM GMT
अश्लील बातें करने के बाद बना लेते थे Nude Video, फिर पूरा गिरोह करता था ये काम
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बड़ी खबर
चंडीगढ़। सोशल साइट्स पर युवती बन दोस्ती करते हुए युवक की न्यूड वीडियों तैयार कर सैक्सटोर्शन (सैक्सुअल बलैक्मेलिंग) के मामले में पुलिस ने एक गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान भरतपुर के गांव कैथवाड़ा निवासी राशिद, पहाड़ी निवासी मुबीन और गांव कुलियाना निवासी अजरुदीन के तौर पर हुई हैं। ब्लैकमेलिंग के दौरान पैसे नहीं देने पर आरोपी गिरोह के सदस्य अपनी फोटो वाट्सएप पर पुलिस की वर्दी में लगाकर धमकी देकर वसूली करते थे। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने कई सिम कार्ड और मोबाइल बरामद किए है। जानकारी के अनुसार हाल ही में सैक्टर 19 निवासी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था 16 अगस्त को उसे एक अर्चना शर्मा नाम की महिला का वाट्सअप पर संदेश मिला। उसने खुद को टीचर बताकर बातचीत शुरू कर दी।
उसी रात महिला ने उसने मोबाइल पर वीडियो काल कर अश्लील बात करने लगी। उसने अपने कपड़े उतारने के बाद उसे भी कपड़े उतारने के लिए कहा। इसके बाद दूसरे दिन एक व्यक्ति ने काल कर कहा कि उसकी डीसी आफिस चंडीगढ़ से शिकायत आई है। इस तरह उसकी अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 25000 रुपए की मांग करने लगे। आरोपी गिरोह ने उससे 3100 रुपये गूगल पे करवा लिया। अब 15000 रुपये की मांग कर धमकाने लगे इस पर शिकायतकर्ता को उन पर संदेह हुआ तो उसने परेशान होकर इस बात की शिकातय पुलिस को दी। शिकातय के आधार पर ही एस.पी. केतन बंसल के सुपरविजन में आपरेशन सेल की टीम ने शिकायत की जांच के आधार पर तीनों आरोपितों को राजस्थान से ट्रैस कर लिया। आरोपी फेसबुक के माध्यम से लोगों को मैसेज भेजकर फंसाते फिर वीडियो काल कर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे। आरोपी भरतपुर के फर्जी बैंक अकाउंट में पीड़ित लोगों से एक्सटोर्शन के पैसे ट्रांसफर करवा लेते थे ।
ऐसे करते थे काम
गिरोह के सदस्य योजना पूर्वक तरीके से काम करते थे और काम को बांटा हुआ था। गिरोह के सदस्य विंग के हिसाब से सिम, पैसे लेने के लिए फर्जी बैंक खाते की व्यवस्था, काल करने वाले एफबी पर साधारण लोगों को तलाशने पुलिसकर्मी बनकर वसूली करने की भूमिका निभाते हैं। पुलिस जांच दौरान सामने आया है कि गिरोह के सदस्य देश के विभिन्न राज्यों में एक साल में करीब 2000 हजार से ज्यादा सिम कार्ड इस्तेमाल कर लोगों से वसूली कर चुके हैं। देश के अन्य राज्यों में सक्रिय सभी सदस्य पीडितों से वसूले पैसे भरतपुर में गिरोह के साथ बांटकर लेते हैं। इसमें सभी के पैसे की फीसद पहले से तय होता है।
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