पंजाब
MES दफ्तर के बाहर लगे ठेकेदारों के लिए नो एंट्री के बोर्ड, जानें क्या है मामला
Shantanu Roy
4 Sep 2022 12:49 PM GMT
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बड़ी खबर
जालंधर। जालंधर छावनी के सी.डब्ल्यू.ई. और एम.ई.एस. विभाग के अधिकारियों ने 2 सप्ताह के लिए दफ्तर के अंदर न आने के लिए ठेकेदारों और सप्लायरों के नो एंट्री के बोर्ड लगाए गए हैं जिसके कारण ठेकेदार में रोष पाया जा रहा है हैं और उन्होंने अपना काम बंद कर हड़ताल कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टेंडरों में करोड़ों रुपए के घोटाले की शिकायत के आधार पर. सी.बी.आई. ने अंबाला छावनी में स्थित कमांडर वर्कर्स इंजीनियर कार्यालय के साथ एम.ई.एस. अधिकारियों के घरों पर छापा मारा गया और छापेमारी के दौरान ठेकेदार के साथ अधिकारियों को हिरासत में लिया गया। माना जा रहा है कि ठेकेदारों और सप्लायरों ने नो एंट्री बोर्ड को देखकर ऐसा लगता है कि अंबाला कैंट में जो एम.ई.एस. विभाग में सी.बी.आई. की रेड हुई है।
उसका असर जालंधर कैंट सी.डब्ल्यू.ई और एम.ई.एस. दफ्तर पर पड़ा है। इसके चलते अधिकारियों ने ठेकेदारों और सप्लायरों के लिए 2 सप्ताह के लिए कार्यालयों के बाहर नो-एंट्री बोर्ड लगा दिए, जबकि कार्यालय के अंदर पहले की तरह काम हो रहा था। एक ठेकेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जालंधर कैंट के सी.डब्ल्यू.ई. दफ्तर में तैनात कुछ अधिकारियों द्वारा किए गए घोटाले संबंधी ठेकेदारों द्वारा हाईकमान को शिकायत दी गई हैं और उपरोक्त अधिकारियों की जांच के लिए बाहर से एक टीम बनाई गई थी जिसने कई दिनों तक जांच की और परिणाम क्या हुआ किसी को पता नहीं चला। इस संबंध में कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। इस सम्बन्ध में सी.डब्ल्यू.ई. के अधिकारी के साथ फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कोई जवाब देने से इनकार कर दिया।
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