लुधियाना| एटीएम मशीनों में कैश डालने वाली कंपनी सीएमएस कंपनी के दफ्तर में से लूट मामले में कमिश्नरेट पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। 7 करोड़ नहीं बल्कि लुटेरे 8.490 करोड़ रुपये ले गए थे। दो दिन से ऊपर का समय बीत चुका है और पुलिस के हाथ अभी कुछ ही क्लू लगे है। मगर आरोपी किस तरफ भागे है इस का खुलासा अभी भी पुलिस को नहीं हो सका है। लूटकांड को अंजाम देने वाले आरोपी दो गाड़ियों, दो मोटरसाइकिल और एक्टिवा पर सवार होकर आए थे। आशंका जताई जा रही है कि लुटेरों की संख्या दस से भी ज्यादा थी।
कुछ व्यक्ति वाहनों की रक्षा के लिए खड़े हो गए जब आरोपी लूट कांड को अंजाम देकर आए तो गाड़ियां पहले ही तैयार रहे, लेकिन आरोपी कैश वैन ही उड़ा कर ले आए। आरोपी इतने शाति थे और इतनी प्लानिंग के साथ आए थे कि सभी लोग हैरान है। पुलिस के हाथ सीसीटीवी तो लगी है। मगर उसमें लुटेरों के चेहरे सामने नहीं है। सीसीटीवी कैमरे में एक आरोपी भाग कर आ रहा है और गेट खोल रहा है, जबकि लुटेरे गाड़ी तेजी से भगाकर ले गए।
हैरानी इस बात की है कि सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए लुटेरों ने मेन रोड का रास्ता ही नहीं अपनाया, वह मेन रोड की बजाए ग्रामीण इलाकों से गए थे। कुछ लुटेरे गाड़ी उड़ा केर ले गए तो बाकी लुटेरों ने उसी के पीछे अपने वाहन लगा लिए और मुल्लापुर दाखा के पास गांव पंडोरी के नजदीक आरोपी खाली कैश वैन छोड़ कर उसमें सुरक्षा कर्मचारियों को लूटे हुए हथियार छोड़ फरार हो गए।
मुल्लापुर दाखा के गांव पंडोरी के पास खाली गाड़ी मिलने के बाद पुलिस की कई टीमें जांच में जुट गई। कमिश्नरेट पुलिस ने इस मामले में कई टीमें तैयार की है। काऊंटर इंटेलीजेंस की टीम भी इस मामले में जांच कर रही है। कमिश्नरेट पुलिस सीसीटीवी कैमरे की चेक करते करते कई क्लू ले चुकी है। मगर आरोपी कौन है कहां है और किस तरफ भागे है इस का कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस दो दिन बाद भी दावा कर रही है कि जल्द ही आरोपियों का पता लगा उन्हें काबू कर लिया जाएगा।