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लुधियाना | महानगर में पिछले 24 घंटों में डेंगू के 14 नए मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनमें से 3 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की गई है जबकि 11 मरीजों को संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार जिले में संदिग्ध मरीजों की संख्या 302 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा आज तक 1380 जगह पर डेंगू का लारवा होने की पुष्टि की गई है। इनमें से 681 घरों में सर्वे के दौरान लारवा मिला जिसे नष्ट कर दिया गया जबकि घरों व कार्यालयों आदि की जांच करने के दौरान वहां पर मिले कंटेनरों आदि में 699 जगह पर डेंगू के मच्छर का लारवा पनपता हुआ पाया गया जिसे नष्ट कर दिया गया है।
इस वर्ष डेंगू के फैलने के आसार अधिकविशेषज्ञों के अनुसार निरंतर हो रही बारिश के कारण इस वर्ष डेंगू के फैलने के अधिक आसार हैं। इसलिए लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। लोगों को चाहिए कि वह घरों के आस-पास और छत पर पड़े कंटेनर व कबाड़ आदि में बारिश का पानी इकट्ठा न होने दें और इसके अलावा अपने घरों व कार्यालयों में लगे कूलरों से पानी निकाल दें।
माहिरों के अनुसार डेंगू बुखार के लक्षणों में तेज बुखार व सिर दर्द के अलावा पूरे बदन तथा आंखों के पीछे दर्द। इसके अलावा पेट खराब होना और स्थिति गंभीर होने पर शरीर पर लाल चकत्ते उभर आना प्रमुख है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति में उपरोक्त लक्षण सामने आते हैं तो उसे तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। सिविल सर्जन के अनुसार सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच व उपचार बिल्कुल मुफ्त है।
शहर में कई जगह पर मरीजों को वायरल बुखार होने पर भी डेंगू बता कर उनके अनावश्यक टैस्ट कराए जा रहे हैं और डेंगू के टेस्ट के दाम सरकार द्वारा निर्धारित दामों से कहीं अधिक वसूले जा रहे हैं। लोगों ने बताया कि उन्हें बुखार हुआ तो डॉक्टर ने डेंगू का शक जाहिर करते हुए कई टैस्ट लिख दिए जो ठीक आए और तीसरे दिन बुखार भी उतर गया। बाद में उन्हें कहा गया कि उन्हें साधारण वायरल बुखार हुआ था जबकि दूसरी और कई ऐसे भी डॉक्टर शहर में मौजूद हैं जिनके पास मरीज डेंगू का शक जाहिर करते हुए गया परंतु डॉक्टर ने उसे वायरल बताया और बिना अनावश्यक टैस्टों के मामूली टैस्ट रिपोर्ट देख कर साधारण दवाइयों से ठीक कर दिया।
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