पंजाब

राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम

Shantanu Roy
14 April 2023 12:43 PM GMT
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने दिया एक सप्ताह का अल्टीमेटम
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समालखा। समालखा नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण व मूलभूत सुविधाएं न मिलने की बात सुनकर भड़की राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग (भारत सरकार) की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने पालिका अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने पालिका अधिकारियों को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए सभी सफाई कर्मचारियों को तुरंत सुरक्षा उपकरण व साबुन, तेल, वर्दी व बरसाती कोट मुहैया करवाने के अलावा महिला सफाई कर्मचारियों को वर्दी में सूट-सलवार के साथ चुन्नी भी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय सफाई आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार बृहस्पतिवार को शाम करीब 4 बजे ब्लूजे रेस्टोरेंट में अधिकारियो की मौजूदगी में सफाई कर्मचारियों की समस्याएं सुन रही थीं। बैठक में समालखा एसडीएम अमित कुमार, बीडीपीओ पूनम चंदा, पालिका चेयरमैन अशोक कुच्छल, पालिका सचिव मुकेेश कुमार, एमई राजकुमार व थानाध्यक्ष सुनील कुमार मौजूद रहे।
सफाई कर्मचारियो की और से यूनियन के अध्यक्ष आजाद सिंह व राजकुमार ने समस्याओ के साथ साथ शोषण की आवाज बुलंद की तथा वार्ड 8 से पार्षद विनोद वाल्मीकि व पूर्व पार्षद सुरेश झंडा ने सफाई कर्मियो की खूूब पैरवी की। बैठक के बाद पत्रकारो से बातचीत करते हुए अंजना पंवार ने सफाई कर्मचारियो से बिना सुरक्षा उपकरण तथा मूलभूत सुविधाओ के काम करवाने पर असंतोष जताया। ठेकेदारी प्रथा के बारे उन्होंने कहा कि उनका व्यक्तिगत मानना है कि सफाई का कार्य नियमित होना चाहिए। सीवर में हो रही सफाई कर्मचारियों की मौत के मामलों पर उन्होंने कहा कि मैनुअल स्कवैंजर एक्ट-2013 के मुताबिक बिना सुरक्षा उपकरणों के सफाई कर्मियों को सीवर मे उतारने पर सजा का प्रावधान है तथा सीवर मे मौत होने पर उनके आश्रितों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा। बावजूद इसके सीवर में मौत के मामले नहीं रुक रहे हैं, क्योंकि समाज मे जागृति का अभाव है। उन्होंने मीडिया कर्मियों से भी एमएस एक्ट का प्रचार करने का आग्रह किया।
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