
एक नामी मीडिया हाउस से जुड़े व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से बनाए गए फार्म हाउस पर भी कब्जा लिया गया। हालांकि बताया जा रहा है कि जब विभाग की टीम वहां पर पहुंची तो फार्म हाउस के केयर टेकर ने अपने कुत्ते छोड़ दिए।
पंजाब सरकार ने शुक्रवार को मोहाली के गांव छोटी बड़ी नंगल से 2828 एकड़ पंचायती जमीन से अवैध कब्जे हटाए। यह जमीन चंडीगढ़ से चंद दूरी पर है। इसकी कीमत करीब 300 करोड़ रुपये आंकी गई है। कब्जा हटाने गई टीम के साथ खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंचायत मंत्री कुलदीप धालीवाल भी पहुंचे। अवैध कब्जा करने वालों में संगरूर सांसद सिमरनजीत सिंह मान के बेटे, बेटी दामाद और पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के बेटे समेत 15 रसूखदार शामिल हैं।
अभियान के बाद मुख्यमंत्री मान ने कहा, यह महंगी जमीन तलहटी में स्थित है और इस जमीन पर कुछ भ्रष्ट अधिकारियों और राजनेताओं ने कब्जा कर लिया है। इन अवैध कब्जाधारियों में संगरूर से लोकसभा सांसद सिमरनजीत सिंह मान के पुत्र इमनजीत सिंह मान ने 125 एकड़ और पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के पुत्र हरमनदीप सिंह ने पांच एकड़ पर कब्जा किया हुआ था।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अब तक 9053 एकड़ मूल्यवान भूमि को कब्जा मुक्त किया है। यह कार्रवाई उनकी पार्टी के चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को दी गई चुनावी गारंटी के तहत की गई है। पार्टी ने लोगों से वादा किया था कि जिन अमीरों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है उसे कब्जा मुक्त किया जाएगा।
किसका कितना कब्जा
इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी संचालक फौजा सिंह 1100 एकड़
सांसद सिमरनजीत मान की बेटी-दामाद 28 एकड़
सांसद सिमरनजीत मान के बेटे इमान सिंह 1254 एकड़
अंकुर धवन 103 एकड़
जतिंदर और पुखराज सिंह दुआ 40 एकड़
प्रभदीप, गोबिंद संधू और ननकी कौर 28 एकड़
रिपुदमन सिंह 25 एकड़
नवदीप कौर 15 एकड़
दीपक बंसल 12 एकड़
केएफ फार्म 11 एकड़
तेजवीर सिंह ढिल्लों 8 एकड़
इंद्रजीत सिंह ढिल्लों 8 एकड़
दीपिंदर पाल चहल 8 एकड़
संदीप बंसल 6 एकड़
पूर्व मंत्री कांगड़ का बेटा हरमनदीप सिंह 5 एकड़,
मनदीप सिंह धनोआ 5 एकड़
रीता शर्मा 4 एकड़
265 एकड़ मैदानी, 2563 एकड़ पहाड़ी है भूमि
इस 2828 एकड़ भूमि में से 265 एकड़ मैदानी भूमि, जबकि 2563 एकड़ पहाड़ी है। इस भूमि पर बड़ी संख्या में खैर के महंगे पेड़ हैं, जिनकी कीमत लगभग 50 करोड़ है। जमीन की कीमत 300 करोड़ रुपये आंकी गई है। मुख्यमंत्री ने उन नेताओं को याद दिलाया जो यह कह रहे थे कि सरकार फंड कहां से लाएगी तो यह फंड शिवालिक पहाड़ियों की जड़ों से आएगा। जब कीमती जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंचायती जमीन अभियान का नेतृत्व करने के लिए ग्रामीण विकास मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल की सराहना की।
करोड़ों रुपये की पंचायती जमीन पर कब्जा करने वालों ने कैसे कब्जा किए, इसकी विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं। इन कब्जाधारियों से मिलीभगत करने वाले अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।