कांस्टेबलों की पदोन्नति के मुद्दे पर सांसद किरण खेर ने गृहमंत्री शाह को लिखा पत्र
चंडीगढ़। सांसद किरण खेर ने केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह को हैड कांस्टेबलों के रूप में कांस्टेबलों की पदोन्नति के लिए वरिष्ठता व योग्यता मानदंड अपनाने को लेकर पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा है कि पुलिस अनुशासित बल है और इसके कर्मियों की पदोन्नति समय से होनी चाहिए। वरिष्ठता व योग्यता के आधार पर पदोन्नति सबसे अच्छा फॉर्मूला है और इसे इसी तरह से जारी रखना चाहिए। उन्होंने गृह मंत्री से इस मामले को व्यक्तिगत रूप से देखने और चंडीगढ़ प्रशासन को वर्तमान फॉर्मूले को जारी रखने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। क्योंकि यह सभी हितधारकों द्वारा स्वीकार्य है।
शाह को लिखे अपने पत्र में खेर ने उल्लेख किया है कि चंडीगढ़ पुलिस में कार्यरत कांस्टेबलों के एक प्रतिनिधि मंडल ने हैड कांस्टेबल के पद पर उनकी पदोन्नति के संबंध में उनसे मुलाकात की थी।
उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ पुलिस बी-1 टेस्ट कराकर हैड कांस्टेबल के पदों को भरने की प्रक्रिया में है। 30 वर्ष की आयु तक के कांस्टेबल और 3 वर्ष का अनुभव प्राप्त करने वाले ही उक्त परीक्षा में बैठने के पात्र हैं। अधिकांश कांस्टेबलों ने इस तर्क के साथ चंडीगढ़ पुलिस के उक्त कदम का विरोध किया है कि अधिकतर कांस्टेबल 30 वर्ष से अधिक आयु के हैं और वे 15 वर्ष से अधिक की सेवा कर चुके हैं।
उन्होंने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि यदि प्रस्ताव लागू होता है तो 30 वर्ष से अधिक आयु के कांस्टेबल शारीरिक और लिखित परीक्षा में युवा कांस्टेबलों से मुकाबला नहीं कर सकेंगे। इसके अलावा सफल युवा कांस्टेबल अपने वरिष्ठों से आगे हो जाएंगे। खेर ने पत्र में लिखा है कि चंडीगढ़ पुलिस के उक्त प्रस्ताव को पहले भी लागू करने की कोशिश की गई थी। लेकिन पुलिस कर्मियों के विरोध और प्रशासनिक बाधाओं के कारण यह प्रस्ताव सिरे नहीं चढ़ सका था और आज तक वरिष्ठता ल योग्यता के आधार पर ही पदोन्नति की जा रही है।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।