न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है और लोग त्रस्त हैं। सरकार के ही विधायक विधानसभा सत्र में सवाल उठा रहे थे। सरकार के विधायकों ने ही उसके ढोल की पोल खोल दी ।
हरियाणा के पूर्व सीएम एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने डिपो होल्डर की तरफ से जबरदस्ती गरीबों को झंडा लेने के लिए मजबूर करने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल हो गए हैं और तिरंगा लहराना चाहिए लेकिन गरीबों को जबरदस्ती तिरंगे बेचना गलत है। चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हुड्डा ने शेर के जरिए सरकार को निशाने पर लिया.. 'तरस आता है मेरे हाकिम की फकीरी पर, जो गरीबों से उनके पसीने की कमाई मांगे...
हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है और लोग त्रस्त हैं। सरकार के ही विधायक विधानसभा सत्र में सवाल उठा रहे थे। सरकार के विधायकों ने ही उसके ढोल की पोल खोल दी । उन्होंने कहा कि एसआईटी सरकार बनाती है लेकिन रिपोर्ट नहीं आती। एसआईटी का मतलब सिटिंग इन्वेस्टिगेशन ऑन टेबल है।
हुड्डा ने कहा सरकारी स्कूलों में सुविधाओं की कमी है, टीचर्स के 38 हजार पद खाली पड़े हैं। भावी अध्यापकों का एक प्रतिनिधि मंडल मुझसे मिला। प्रदेश में HTET पास भावी अध्यापक भर्ती की मांग को लेकर घूम रहे हैं लेकिन मुख्मयंत्री उनकी बात तक सुनने को तैयार नहीं हैं। सरकार अध्यापकों की भर्ती नहीं कर रही है। इसी तरह अस्पताल में डॉक्टर्स नहीं, सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी नहीं है।
पूर्व सीएम ने कहा कि पीपीपी का नाम लेकर प्रदेश में साढ़े 5 लाख लोगों की पेंशन काट दी गई है। परिवार पहचान पत्र केवल पेंशन काट पत्र बन गया है। प्रदेश की सरकार पोर्टल सरकार बन गई है और पोर्टल चलते तक नहीं है। सरकार को ही नही पता कितने पोर्टल बन गए है।
हुड्डा ने कहा कि बेरोजगारी में सीएमआईई की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा टॉप पर है। प्रदेशभर में जलभराव बड़ी समस्या और निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। शामलात जमीन का जो फैसला सुप्रीम कोर्ट से आया है, उस पर सरकार कदम उठाए। सरकार कोर्ट में याचिका दायर करें या कंसोलिडेशन एक्ट में संशोधन करे। उन्होंने कहा कि मॉनसून सत्र में विपक्ष ही नहीं सत्तापक्ष के विधायकों ने भी सड़कों की खस्ता हालत का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि सरकार सिलेबस की किताबों में इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रही है। विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड के सेलेबस से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री के चैप्टर को हटाया गया है।