Ludhiana,लुधियाना: पंजाब के कंप्यूटर शिक्षकों Computer Teachers ने अपने अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई तेज कर दी है और 22 दिसंबर से आमरण अनशन की घोषणा की है। लुधियाना के पंजाबी भवन में भूख हड़ताल संघर्ष समिति की बैठक के दौरान यह घोषणा की गई। बैठक में जोनी सिंगला, राजवंत कौर, गुरबख्श लाल, दिशकरण कौर, राकेश सैनी, नरदीप शर्मा, जिला अध्यक्ष जसविंदर सिंह, नरिंदर कुमार, बवलीन बेदी, गुरप्रीत कौर, रंजन भनोट, नवीन श्रीवास्तव, धरमिंदर सिंह, हरजिंदर सिंह, वरिंदर सिंह, अरुण शर्मा, सुनीत सरीन समेत अन्य मौजूद थे। बैठक के दौरान शिक्षकों ने बताया कि 2011 में तत्कालीन सरकार ने 'पिक्ट्स सोसाइटी' के तहत उनकी सेवाओं को नियमित कर दिया था, लेकिन उन्हें नियमित कर्मचारियों के बराबर लाभ नहीं दिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने भी न्याय की उनकी मांगों को नजरअंदाज किया और चुनाव पूर्व किए गए अपने वादों को पूरा करने में विफल रही। मुख्यमंत्री भगवंत मान, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने शिक्षकों को सभी लाभ बहाल करने का आश्वासन दिया था, लेकिन तीन साल बाद भी वे वादे अधूरे हैं।