पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को अधिकारियों को कहा कि वह राज्य में 15-17 और 19-20 मार्च को होने वाले प्रतिष्ठित जी-20 सम्मेलन को पूरी तरह सफल करने के लिए कोई कसर बाकी न छोड़ी जाये।
यहाँ इस प्रतिष्ठित समागम के प्रबंधों का जायज़ा लेते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब इस समागम की मेज़बानी के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि वह अगले हफ़्ते पवित्र शहर अमृतसर में होने वाले जी-20 सम्मेलन के कार्यकारी सैशनों के लिए पुख़्ता प्रबंध यकीनी बनाएं। पुख़्ता योजनाबंदी और उसे अमली जामा पहनाने की वकालत करते हुये उन्होंने कहा कि इस समागम को सफल बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि हम खुशकिस्मत हैं कि उनको एक बार राज्य में ऐसा प्रतिष्ठित समागम करवाने का मौका मिला है और अफ़वाहों के ज़रिये पंजाब को बदनाम करने की कोशिशें करने वाले कभी कामयाब नहीं होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का फर्ज बनता है कि वह सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले आदरणियों के आरामदायक ठहराव के लिए पुख़्ता प्रबंध करे। उन्होंने कहा कि राज्य में आरामदायक ठहर का भरोसा देने के इलावा मेहमानों को रिवायती पंजाबी पकवान परोसे जाएंगे और शाम को सांस्कृतिक समागमों के दौरान उनको अमीर पंजाबी सभ्याचार की झलक भी दिखाई जायेगी। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि पंजाब सरकार राज्य में जी-20 सम्मेलन के दो सैशनों की सफलतापूर्वक मेज़बानी करके नया मापदंड स्थापित करेगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह बहुत ही संतोष और मान वाली बात है कि राज्य में जी-20 के दो सैशन हो रहे हैं। पहला सैशन 15, 16 और 17 मार्च को शिक्षा सम्बन्धी और दूसरा 19 और 20 मार्च को श्रम के बारे हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन पंजाब को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार के लिए सबसे पसन्दीदा स्थान के तौर पर उभारेगा और सरकार को नये कारोबार स्थापित करने के लिए अपनी प्राप्तियाँ और सहूलतें दिखाने के लिए मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह सुनहरी मौका है, जब पंजाब को बेहतरीन मौकों की धरती के तौर पर पेश किया जा सकता है और अधिक से अधिक निवेश लाकर नौजवानों के लिए रोजग़ार के नये मौके पैदा किये जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अधिकारियों को कहा कि इस विश्व स्तरीय समागम की सफलता के लिए व्यापक प्रबंध यकीनी बनाऐ जाएँ। उन्होंने कहा कि पंजाब यह प्रतिष्ठित समागम करवाने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिससे राज्य को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन की राह पर और आगे लाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस समागम में हर पंजाबी को शामिल करेगी जिससे राज्य की अमीर विरासत को आने वाले मेहमानों को दिखाया जा सके। उन्होंने कहा कि यह यकीनी बनाने के लिए भी हर संभव कोशिश की जायेगी कि आने वाले डैलीगेटों की राज्य में ठहराव को यादगारी बनाया जा सके।