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हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार देररात से मंगलवार सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश से जीवन अस्तव्यस्त हो गया।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार देररात से मंगलवार सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश से जीवन अस्तव्यस्त हो गया। राष्ट्रीय उच्चमार्ग चंडीगढ़-मनाली में डयोड के पास भूस्खलन होने से सोमवार रात 10:00 बजे से हाईवे बंद हो गया। इसे मंगलवार सुबह 10:00 बजे तक बहाल किया जा सका। इस दौरान हाईवे के दोनों और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। यात्रियों और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हाईवे करीब 12 घंटे बाधित रहा। पंडोह और हणोगी के बीच में करीब 10 किमी तक जाम लग गया। इसमें एचआरटीसी और निजी बसों समेत सैकड़ों वाहन फंसे रहे। फोरलेन कटिंग का मलबा गिरकर कीचड़ बन गया। इसमें फंसे कई वाहनों को जेेसीबी की मदद से निकाला गया। जाम के स्कूली विद्यार्थियों के साथ-साथ कर्मचारी भी अपने गंतव्यों तक नहीं पहुंच पाए
शाम करीब 4:00 बजे तक यातायात पूरी तरह से बहाल हो सका। सुबह 11:00 बजे के समीप बिंद्राबणी के पास 102 एंबुलेंस पर पत्थर गिरने से उसमें सवार जच्चा बच्चा, एंबुलेंस चालक और ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन) बाल बाल बचे। उधर, सरकाघाट और मसाहन में दो घरों की छतें उड़ गईं। इन घरों में परिवार के सदस्य बाल-बाल बचे हैं। 21 ट्रांसफार्मर बंद रहने से कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। चंडीगढ़-मनाली एनएच पर पुलिस विभाग को भी यातायात सुचारु करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वाहनों को वाया कटौला-बजौरा मार्ग से भेजा गया, लेकिन वहां भी रुक-रुक कर जाम लगता रहा। इससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी।
Ritisha Jaiswal
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