
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
वंदे भारत ट्रेन भारत की सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। इस समय वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी और नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच चल रही है। यह यात्रियों के सफर को आसान और सुलभ बनाने में मददगार साबित हो रही है।
वंदे भारत एक्सप्रेस का नया वर्जन तैयार होकर चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रायल के लिए पहुंच गया है। इसे चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में तैयार किया गया है। इसका ट्रायल 19 से 27 अगस्त के बीच साहनेवाल से मोरिंडा के बीच होगा। अंबाला मंडल के डीआरएम जीएम सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
इसके लिए लखनऊ से रिसर्च डिजायन स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) की टीम अंबाला मंडल पहुंच चुकी है। यह टीम करीब एक सप्ताह तक ट्रेन के ट्रायल में यात्री सुविधाओं को परखेगी। शुक्रवार को चंडीगढ़ के रेलवे स्टेशन के वाशिंग लाइन में ट्रेन के रैक को खड़ा किया था। जहां इसकी ट्रायल की तैयारी चल रही है। इसका स्पीड ट्रायल 80 से 115 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तक किया जाएगा। पहले खाली ट्रेन का ट्रायल होगा, उसके बाद लोडिंग के साथ इसकी संरचना की परख की जाएगी।
नई दिल्ली से वाराणसी और श्री माता वैष्णो देवी के बीच चल रही है ट्रेन
वंदे भारत ट्रेन भारत की सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। इस समय वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी और नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच चल रही है। यह यात्रियों के सफर को आसान और सुलभ बनाने में मददगार साबित हो रही है। इसे देखकर रेलवे ने कई वंदे भारत ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। उसी कड़ी में तीसरी ट्रेन को ट्रायल के लिए चंडीगढ़ लाया गया है।
वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियतें
पूरी तरह से वातानुकूलित इस ट्रेन में कुल 16 कोच हैं। इनमें से दो ड्राइवर कार, दो एग्जीक्यूटिव चेयर कार और 12 चेयर कार कोच शामिल हैं।
सभी कोच के दरवाजे ऑटोमेटिक तरीके से काम करते हैं, जिसका पूरा कंट्रोल गार्ड के पास है।
पहले वंदे भारत एक्सप्रेस से इस ट्रेन में पैंट्री (रसोईयान) ज्यादा बड़ी है।
इसमें सामान्य ट्रेनों की तरह चेन पुलिंग सिस्टम नहीं है। अगर किसी यात्री को कोई परेशानी आती है तो उन्हें पास ही लगे एक बटन को दबाना होगा, इसके बाद गार्ड आपके पास पहुंच जाएगा।
पत्थरबाजी से बचने के लिए ट्रेन में खास तरह की खिड़की और जानवरों के टकराने से होनेवाले नुकसान को रोकने के लिए कैटल गार्ड की व्यवस्था की गई है।
हर कोच के लिए अलग से पैंट्री कार की व्यवस्था की गई है।
ट्रेन में वैक्यूम टॉयलेट, दूर तक फैलने वाली लाइटिंग, हैंड्स फ्री टैप्स, ड्रायर्स और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा हर सीट पर मुहैया कराई गई है। इसके साथ ही एग्जीक्यूटिव क्लास में 360 डिग्री पर घूमने वाली कुर्सी भी दी गई है।
हर कोच में एलईडी स्क्रीन है, जिसमें आने वाले स्टेशन की जानकारी, ट्रेन की स्पीड और अन्य सूचनाएं दी जाएंगी। इतना ही नहीं, ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा और उद्घोषणा प्रणाली (अनाउंसिंग सिस्टम) भी इंस्टॉल किया गया है।