सीआईए, थाना प्रभारियों और खुफिया विभाग के 4500 जवानों ने 1021 स्थानों पर छापे मारे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी बदमाशों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
विधायकों-व्यापारियों को रंगदारी की धमकियों के बाद हरियाणा पुलिस ने बदमाशों की धरपकड़ के लिए सोमवार को सर्च अभियान चलाया। दिनभर छापे मारकर 604 अपराधियों को गिरफ्तार किया। 454 मुकदमे दर्ज किए। गिरफ्तार आरोपियों में 20 हजार के इनामी बदमाश समेत दो वांटेड, 75 भगोड़े और आठ बेल जंपर हैं।
आरोपियों से अवैध हथियार, लाखों रुपये की नकदी, गांजा, हेरोइन, अफीम, भुक्की, शराब और स्मैक बरामद हुई। अलसुबह ही पुलिस अधीक्षकों के नेतृत्व में सभी 22 जिलों में एक साथ अभियान चला। सीआईए, थाना प्रभारियों और खुफिया विभाग के 4500 जवानों ने 1021 स्थानों पर छापे मारे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी बदमाशों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
13 जुलाई को सीएम ने दिए थे कार्रवाई के आदेश
विधायकों को धमकी मिलने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 13 जुलाई को गृह मंत्री अनिल विज, डीजीपी पीके अग्रवाल, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर संदीप खिरवार के साथ बैठक की थी। सीएम ने कहा था कि हरियाणा में बदमाशों के लिए कोई जगह नहीं है। बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा था। सोमवार को हुइ कार्रवाई उसी रणनीति का हिस्सा है।
शहर केस गिरफ्तारी
पानीपत 33 86
सोनीपत 36 67
गुरुग्राम 61 69
पलवल 44 41
फतेहाबाद 31 32
अंबाला 28 28
जींद 29 34
नूंह 24 27
यमुनानगर 06 26
फरीदाबाद 22 22
सिरसा 19 17
कैथल 16 16
रोहतक 14 14
रेवाड़ी 13 14
कुरुक्षेत्र 11 17
हिसार 08 12
झज्जर 10 12
करनाल 04 09
भिवानी 10 09
पंचकूला 19 37
नारनौल 10 09
चरखीदादरी 04 04
हांसी 02 02
जेलें भी खंगाली...
पुलिस ने प्रदेशभर की जेलों को खंगाला। जेलों में मोबाइल फोन, सिम, चाकू और कैंची जैसे हथियार बरामद किए। पुलिस अधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस की टीमों ने पानीपत, रोहतक, नारनौल, पलवल, केंद्रीय कारागार प्रथम और द्वितीय हिसार, झज्जर, गुरुग्राम, अंबाला केंद्रीय कारागार, भिवानी, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर, करनाल, कैथल व कुरुक्षेत्र की जेलों में चेकिंग अभियान चलाया।
झज्जर की जिला जेल में एक पैनड्राइव, दो चाकू और एक कैंची बरामद हुई। पानीपत की जेल में 9 मोबाइल फोन मिलने की सूचना है। हरियाणा पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि जेलों में मिले सामान की रिपोर्ट तैयार करके सरकार को दी जाएगी। पिछले दिनों सरकार के रिपोर्ट आई थी कि जेल कर्मियों की मिलीभगत से ही गैंगस्टर या बदमाश मोबाइल इस्तेमाल करते हैं। कॉल कर रंगदारी के लिए व्यापारियों और नेताओं को धमकी देते हैं। जेलों में अपराधियों को नशा उपलब्ध कराने की भी शिकायतें मिल रही थीं।