जालंधर: जालंधर में महिलाओं ने AAP सरकार के खिलाफ संविधान चौक को घेरा
पंजाब न्यूज़: जालंधर के संविधान चौक (बीएमसी चौक) पर नेशनल चाइल्ड लेबर प्रोजेक्ट स्कूल की शिक्षिकाओं ने सोमवार को नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस वजह से सड़क के दोनों तरफ जाम लग गया। सभी शिक्षिकाएं केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए ह्यूमन चेन बनाकर खड़ी हो गईं और खुद के साथ न्याय किए जाने की मांग करने लगी। जाम के कारण पुलिस ने वाहनों का रूट डायवर्ट कर दिया। इसके बावजूद उन्हें जाम की स्थिति से जूझना पड़ा। डेली संवाद से बातचीत करते हुए प्रधान नीलम शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार ने यह प्रोजेक्ट लेबर क्लास के बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए शुरू किया था। लगभग 25 सालों तक सेवाएं देने के बाद अब इसे बंद कर दिया है। इसका बजट बंद होने से लेबर क्लास के बच्चे फिर से सड़कों पर आ गए हैं।
बच्चों का भविष्य बनाएं: उनकी मांग है कि इस प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करेंऔर बच्चों का भविष्य बनाएं। अगर सरकार इस प्रोजेक्ट को नहीं चलाना चाहती है तो उन्हें सर्व शिक्षा अभियान के तहत शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट 1 साल पहले बंद हो गया था लेकिन उन्हें इसकी सूचना नहीं दी गई। सबसे बड़ा सवाल तो यही है। इसके बावजूद लेबर विभाग और जिला प्रशासन ने उन पर पढ़ाना जारी रखने का दबाव बनाया। बच्चों के भविष्य और उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करने की वजह से ही वे सड़क पर हक के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं । उनका 27 महीने का वेतन बकाया है जिसकी तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रहा। उन्हें केवल 6 महीने का वेतन ही देने की बात कही जा रही है, जो सरासर गलत है।