पंजाब
आईपीएस अधिकारी पवन कुमार राय की छवि सख्त और ईमानदार, पंजाब के धाकड़ आईपीएस में होती है उनकी गिनती
Gulabi Jagat
20 Sep 2023 4:16 AM GMT
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कनाडा सरकार ने जिस भारतीय डिप्लोमेट पवन कुमार राय को कनाडा छोड़ने का आदेश दिया है वे पंजाब के धाकड़ आईपीएस माने जाते हैं। कनाडा ने भारत सरकार पर खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कराने का आरोप लगाते हुए राय को देश छोड़ने को कहा है।
1997 बैच के अधिकारी हैं राय
1997 बैच के पंजाब कैडर के आईपीएस अधिकारी पवन कुमार राय की छवि एक सख्त और ईमानदार अधिकारी की रही है। 2018 में केंद्र में जाने से पहले पंजाब में अपने कार्यकाल के दौरान वह हमेशा चर्चा में बने रहे। उन्होंने 2009-10 में उस समय कार्यभार संभाला जब पंजाब में नशे का मुद्दा चरम पर था।
तरनतारन के एसएसपी के रूप में उन्होंने एक अकाली विधायक की गाड़ी से 10 किलो हेरोइन उस समय बरामद करते हुए कार्रवाई की, जब राज्य में अकाली दल की ही सरकार थी। इससे पहले उन्होंने अमृतसर के एसपी सिटी तैनात रहते हुए, एक ही परिवार के 5 सदस्यों द्वारा आत्महत्या किए जाने के बहुचर्चित मामले में अमृतसर के एसएसपी कुलतार सिंह के खिलाफ जांच की और उन्हें सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
पवन कुमार राय ने ही पंजाब पुलिस के अधिकारी शिवकुमार के बेटे को जालंधर में हीरों की डकैती के मामले में गिरफ्तार किया था। 2018 में विदेश मंत्रालय में परसोनल सचिव तैनात होने के बाद उन्हें कनाडा में तैनात किया गया था।
आईपीएस लॉबी ने किया कनाडा का विरोध
इसे लेकर मंगलवार को पंजाब की आईपीएस लॉबी ने कड़ा एतराज जताते हुए कनाडा सरकार पर आरोप लगाया है कि डिप्लोमेट का नाम सार्वजनिक करके कनाडा ने पवन कुमार राय और उनके परिवार के लिए खतरा पैदा कर दिया है, जोकि अभी कुछ दिन और कनाडा में ही रहेंगे।
पंजाब के आईपीएस अधिकारियों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी गतिविधियों के दौरान डिप्लोमेट्स को हटाए जाते समय सुरक्षा की दृष्टि से कभी भी उनका नाम सार्वजनिक नहीं किया जाता लेकिन कनाडा ने पवन कुमार राय का नाम सार्वजनिक करके उनके और उनके परिवार पर कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के हमले का खतरा बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने कहा कि पवन कुमार राय को एक हफ्ते में देश छोड़ने को कहा गया है और अगर इस अवधि में उन पर कनाडा में कोई संकट आता है तो इसके लिए कनाडा सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार होगी। अधिकारियों ने कहा कि यह कनाडा सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह उक्त अधिकारी और उनके परिवार की सुरक्षित वापसी कराए।
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