आपकी दुआओं से ही मैं जिंदा हूं, वरना तो एक छोटा सा परिदां हूंः गृहमंत्री विज
अंबाला। गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि आपकी दुआओं से ही मैं जिंदा हूं, वरना तो धरती का छोटा सा परिदां हूं। कभी ऊंचा उडऩे की ख्वाहिश नहीं की। मैंने काम अधूरा छोडक़र चला जाता। यह सोच के ही शर्मिंदा हूं।
विज ने शनिवार को अंबाला के ऐतिहासिक गुरूद्वारा पंजोखरा साहिब में माथा टेककर गुरू साहिब महाराज का आशीर्वाद लेने के उपरांत उपस्थित संगत में कहीं। पंजोखरा साहिब में प्रातः गृहमंत्री विज की चढ़दी कला एवं देह आरोग्यता के लिए अखंड पाठ साहिब रखा गया था। जिसका आज भोग डाला गया।
मैं एक-एक सांस लोगों की सेवा में लगा दूंगाः
विज ने कहा कि उनकी चढ़दी कलां एवं देह आरोग्यता के लिए पिछले 48 घंटों से यहां पर जो पाठ रखा गया है और जिस श्रद्धा व भावना से आपने यह कार्य किया है। उसके लिए मैं तथा मेरा पूरा परिवार सदा ऋणि रहेगा। उन्होने यह भी कहाकि मैं कहीं पर भी खड़ा हूं तो मै अपने लिए कुछ नहीं मांगता, आज भी मैं गुरू महाराज के दरबार में हाजिरी लगाकर एक ही प्रार्थना करता हूं कि लोगों की सेवा वास्ते आप लोगों का आशीर्वाद मुझे ऐसे ही मिलता रहे। मेरे खून का एक-एक कतरा और मेरी एक-एक सांस लोगों की सेवा लिए मैं लगा दूंगा।
वो सर भी क्या सर है जो हर दर पे झुक जाएः
विज ने कहा ’वो सर भी क्या सर है जो हर दर पे झुक जाए, वो दर भी क्या दर है जहां हर सर न झुक जाए’। गुरूद्वारा पंजोखरा साहिब एक ऐसा दर है। जहां पर सबका सिर झुकता है और यहां से लोग झोलियां भर-भर कर ले जाते है। यहां, पर गुरू महाराज की इतनी कृपा है कि गूंगे को भी गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया गया। इस दर पर आकर हमेशा शकून, शांति, ताकत, प्रेरणा, सदबुद्धि, ज्ञान, परोपकार करने की प्रेरणा मिलती है। आज यहां पर जो अखंड पाठ रखा है उसके लिए मैं दिल की गहराईयों से आभार व्यक्त करता हूं।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।