न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
रविवार शाम को पहाड़ों पर हुई तेज बारिश के बाद पटियाला की राव में बाढ़ आ गई थी। इस दौरान नदी पार करते हुए पंच सुनीता और उनके पति सज्जन सिंह समेत 8 लोग बह गए थे। इसमें से 6 व्यक्तियों को बचा लिया गया था, लेकिन पंच और उनके पति का कोई सुराग नहीं लगा था।
पटियाला की राव में रविवार रात को तेज बारिश के बाद आई बाढ़ में रविवार शाम को बही काने के बाड़े की पंच सुनीता का शव सोमवार को गांव झामपुर से बरामद कर लिया गया। हालांकि अभी तक उनके पति सज्जन सिंह का कोई सुराग नहीं लग पाया है। गुस्साए लोगों ने नगर काउंसिल नयागांव के बाहर सुनीता का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रशासन ने अब एनडीआरएफ की टीम को मदद के लिए बुलाया है।
रविवार शाम को पहाड़ों पर हुई तेज बारिश के बाद पटियाला की राव में बाढ़ आ गई थी। इस दौरान नदी पार करते हुए पंच सुनीता और उनके पति सज्जन सिंह समेत 8 लोग बह गए थे। इसमें से 6 व्यक्तियों को बचा लिया गया था, लेकिन पंच और उनके पति का कोई सुराग नहीं लगा था। रविवार पूरी रात गांव वाले नदी में दोनों को तलाशते रहे। सोमवार दोपहर करीब 12 बजे सुनीता का शव गांव से 35 किलोमीटर दूर झामपुर में नदी से बरामद हुआ। प्रशासन की कोई टीम वहां पर मदद के लिए नहीं पहुंची। इसके बाद लोग नदी से शव को निकालकर बड़ी मुश्किल से नयागांव लेकर आए और काउंसिल दफ्तर के बाहर शव को रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
लोगों का आरोप है कि प्रशासन लोगों की जिंदगियो को लेकर गंभीर नहीं है। दो महीने में 4 लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन अभी तक वहां पर लोगों की सुरक्षा के लिए अस्थाई इंतजाम नहीं किए गए हैं। लोगों का आरोप था कि अगर चंडीगढ़ के पास बसे गांव का यह हाल है तो पंजाब में क्या स्थिति होगी। लोगों का कहना है कि जरूरत पड़ी तो वे सीएम हाउस का भी घेराव करेंगे और मामले को हाईकोर्ट तक लेकर जाएंगे।