
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को कांग्रेस-भाजपा विधायकों को जान से मारने की धमकी और रंगदारी मांगने के मुद्दे पर सदन में चर्चा होगी। कांग्रेस, इनेलो और निर्दलीय विधायकों के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सरकार ने मंजूरी दे दी है।
हरियाणा के प्रथम ई विधानसभा सत्र का शुभारंभ हो गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, स्पीकर ज्ञान चन्द गुप्ता, डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा और संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल मंच पर मौजूद रहे। हरियाणा विधानसभा साढ़े आठ करोड़ की लागत से डिजिटाइज हुई है।
हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार दोपहर बाद शुरू हुआ। मानसून सत्र राष्ट्रीय गान के साथ शुरू हुुआ। सदन की कार्यवाही की शुरूआत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक प्रस्ताव पढ़े। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के सवाल से प्रश्नकाल शुरू हुआ। उन्होंने सरकारी स्कूलों में 10वीं, 12वीं कक्षाओं में बच्चों को बांटे गए टैब की खरीद एवं गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए। सरकार से पूछा, खरीद में जो तौर तरीके अपनाए गए, क्या वे पूरी तरह पारदर्शी कहे जा सकते हैं। क्या इनकी स्पेसिफिकेशन को जानबूझ कर ऐसा रखा गया जिससे किसी एक कम्पनी को इसका सीधा लाभ हासिल हो । कुंडू के सवालों पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर बोले कि नियमानुसार टेंडर दिया गया था। यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी थी। पढ़ाई के अलावा कोई और वेबसाइट खोलने की कोशिश करने पर सॉफ्टवेयर उड़ जाता है।
इसके बाद किरण चौधरी ने नहरी पानी का मुद्दा उठाया। किरण चौधरी ने कहा कि किसानों को सिंचाई का पानी नहीं मिल रहा। पानी के मुद्दे पर किरण और कृषिमंत्री जेपी दलाल के बीच तीखी बहस हुई। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों को पर्याप्त पानी दिया जा रहा है।
