
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
मजीठिया ने चन्नी का नाम लिए बिना कहा कि जिन्होंने जुर्म किया, वह आजकल नजर नहीं आते हैं। अमेरिका से वापस क्यों नहीं आ रहे हैं।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से ड्रग मामले में जमानत मिलने के बाद बुधवार शाम पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पटियाला जेल से बाहर आ गए। इस दौरान समर्थकों की भारी भीड़ ने बेहद गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। मजीठिया ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी व पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिए बिना उनके खिलाफ जमकर निशाने साधे। मजीठिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को शादी की भी बधाई दी।
मजीठिया ने कहा कि देश इस बार 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस बड़े अवसर पर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हैं कि देश की जेलों में बंद बंदी सिंहों की तुरंत रिहाई की जाए। उन्होंने कहा कि जेलों में बंद बंदी सिंहों ने 25-25 साल या दोगुनी सजा भुगत ली है। ऐसे में बंदी सिंहों को तुरंत जेलों से रिहा किया जाए, क्योंकि संविधान से ऊपर कोई नहीं है।
मजीठिया ने आगे कहा कि वाहेगुरु की बड़ी मेहर हुई है, जो आज वह अपने परिवार वालों, समर्थकों व लोगों की अरदासों के सदका जेल से बाहर आ गए हैं। जिन लोगों ने उनके खिलाफ साजिश की, उसका जवाब कोर्ट व लोगों ने ही दे दिया है। मजीठिया ने कहा कि उनके खिलाफ दिसंबर 2021 में पूर्व चन्नी सरकार ने साजिश रची। जिसके तहत उन्हें ड्रग केस में फंसाया गया, ताकि वह विधानसभा चुनाव न लड़ सकें।
मजीठिया के बाहर आने से अकाली दल होगा मजबूत- हरसिमरत बादल
शिअद में माझा के जरनैल के नाम से पहचान रखने वाले मजीठिया को करीब साढे़ पांच माह के बाद नशा तस्करी के मामले में अदालत ने जमानत दे दी है। अकाली दल की सांसद, अकाली अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की धर्मपत्नी और बिक्रम सिंह मजीठिया की बहन हरसिमरत कौर बादल बुधवार को अपने भाई के जेल से बाहर आने पर श्री हरमंदिर साहिब नतमस्तक होने पहुंचीं और भावुक हो गईं। बिक्रम को जमानत मिलने की सूचना सुबह जैसे ही हरसिमरत को मिली व हरमंदिर साहिब माथा टेकने के लिए पहुंच गईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह सुबह ही अरदास कर राखी लेकर पटियाला जेल के लिए निकली थीं। उन्होंने अरदास की थी कि आज इस बहन को जेल में जाकर बेकसूर भाई को राखी बांधनी पड़ रही है, कृपा करो। 10-15 मिनट बाद ही मजीठिया को जमानत मिल गई। अब यह बहन किसी जेल में नहीं बल्कि हर साल की तरह घर जाकर भाई की कलाई पर राखी बांधेगीं।
हरसिमरत बादल ने कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया के नाम पर नशे की बात कर कुछ पार्टियों ने सियासत की है। आज कितनी ही बहनों के भाई नशे की ओवरडोज से मर गए, उन बहनों के जीवन में कितना दुख होगा। सरकार को बताना चाहिए कि मजीठिया आठ महीने जेल से बाहर नहीं रहे तो क्या राज्य में नशा घटा, बढ़ा या फिर पूरी तरह खत्म हो गया। हरसिमरत ने कहा कि सरकार को राजनीतिक बदलाखोरी बंद करनी चाहिए। नशा का शिकार हो चुके मां के बेटों और बहनों के भाइयों को बचाने के लिए मैदान में आना होगा। कुछ नेता कहते थे कि मजीठिया नशा बेचता है। अब तो मजीठिया जेल में बंद रहा, तब नशा कैसे राज्य भर में बिकता रहा। अन्य पार्टियों ने एक साजिश के तहत राजनीति करते हुए बिक्रम मजीठिया को नशा के मामले में बदनाम किया है।
हरसिमरत ने कहा कि मजीठिया के बाहर आने से अकाली दल और अधिक मजबूत होगा। वर्ष 2015 से ही राजनीतिक विरोधियों ने चारों तरफ से अकाली दल को घेरा था। अब एक बार फिर राज्य, पार्टी और धार्मिक स्थानों को घेर रहे थे। बिक्रम के जेल से बाहर आने से अकाली दल जमीन पर आकर विरोधियों को जवाब देगा। अकाली दल पंजाब और पंजाबियों की पार्टी है, पार्टी पंजाब के लिए सब कुछ कुर्बान करने को तैयार है। पंजाब के हितों को ही मुख्य रख अकाली दल ने केंद्र में कुर्सी और गठबंधन भी छोड़ा था।