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जालंधर - जालंधर के स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर में 18 सितंबर, रविवार को एक दिवसीय "जीवन उत्कर्ष महोत्सव" का आयोजन किया गया। यह अनूठा कार्यक्रम बीएपीएस स्वामिनारायण संस्था के गुरु ब्रह्मस्वरुप प्रमुखस्वामी महाराज के जन्म शताब्दी वर्ष में उन्हें संतों-भक्तों की श्रद्धांजलि के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में आनेवाले सभी दर्शक- भक्तों ने प्रमुखस्वामी महाराज जी के विभिन्न संदेशों के माध्यम से अपने जीवन को सार्थक और उन्नत बनाने की प्रेरणा प्राप्त की।
इस अवसर पर नगर के गणमान्य व्यक्ति विशेष अतिथि रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के लिए पधारे दिल्ली अक्षरधाम के मुख्य कार्यकारी संत पूज्य मनुवत्सल स्वामी ने ठाकुरजी का पूजन किया। इस अवसर पर नगर के गणमान्य व्यक्ति विशेष अतिथि रूप में उपस्थित रहे। ठाकुरजी के पूजन के बाद नगर के भक्तों के घर से बनाकर लाए हुए भोग-प्रसाद को सजाकर रखे गए अन्नकूट के दर्शन के साथ उत्सव की प्रथम आरती में सभी ने भाग लिया।
आरती के बाद दर्शक भक्तों को मुक्तानंद, नित्यानंद और परमानन्द नामक 3 वीडियो शो दिखाए गए। इनमें नशे से मुक्ति, पारिवारिक शांति के लिए घर सत्संग और पर्यावरण की रक्षा, बिजली-पानी की बचत जैसे विषयों पर वीडियो नाटिकाओं के माध्यम से सभी आयु और वर्गों के दर्शकों को प्रमुखस्वामी जी महाराज के प्रेरक संदेशों का लाभ प्रदान किया गया।
आगंतुक दर्शक भक्तों को संस्था के वॉलंटियर बच्चों ने एक प्रेरक पोस्टर प्रदर्शनी भी दिखाई जिसमें नशामुक्ति तथा प्रमुखस्वामी महाराज के जीवन और कार्यों का संक्षिप्त परिचय दिया गया था। तीन वीडियो शो का एक राउंड पूरा होने के बाद एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम भी दिखाया गया जिसमे युवक-युवतियों और बालक-बालिकाओं ने पंजाब का लोक नृत्य भंगड़ा, गिद्धा और गुजरात का गरबा नृत्य दिखाया। वीडियो शो और सांस्कृतिक कार्यक्रम दिन भर प्रत्येक 2 घंटे के बाद दुबारा दिखाए जाते रहे। परिवार के साथ आए बच्चों के लिए फन ज़ोन में झूलों और गेम्स भी रखे गए थे। भक्तों के लिए भोजन-प्रसाद और फ़ूड स्टाल भी लगाए गए। संध्या 5 बजे उत्सव की विशेष सभा प्रारम्भ हुई और रात्रि 8 बजे भगवान की आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ और सभी भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया।
(उत्तम हिन्दू न्यूज)
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