पंजाब के सबसे बड़े "इनपुट टैक्स क्रेडिट" घोटाले में सैंट्रल जी.एस.टी. विभाग को एक और सफलता मिली है। बताया जा रहा है कि विभाग ने एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। बता दिया जाए कि पंजाब के विवादित ' हैप्पी नागपाल उर्फ़ गुरबख्श लाल, जिनमें कुल जीएसटी धोखाधड़ी 100 करोड़ रुपए से अधिक शामिल है, उपरोक्त मामले में एक अन्य आरोपी आरोपी राम उर्फ़ रमन छग्गर को गिरफ्तार किया है। जानकारी देते हुए विभागीय अधिकारियों ने बताया कि राम उर्फ रमन छग्गर का संबंध यशपाल मेहता से है। इससे पहले जब 12 अगस्त को जी.एस.टी. अधिकारियों द्वारा यशपाल मेहता के आवासीय परिसर में भी तलाशी ली गई थी, उस समय जी.एस.टी. अधिकारियों पर मेहता और उसके परिवार ने हमला किया था और सरकारी कारगुजारी में बाधा बनने के लिए अधिकारियों द्वारा असामाजिक तत्वों के खिलाफ एफ.आई.आर. भी दर्ज कराई गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि पुख्ता सबूतों का सामना करने के बाद राम उर्फ़ रमन छग्गर ने माना है कि मैसर्स आर.ए इंटरप्राइजेज व मेसर्स ए.आर. इंटरनेशनल में वास्तविक में माल की कोई आवाजाही नहीं की जाती थी और इन फर्मों को केवल यशपाल मेहता की मिलीभगत से फर्जी बिलिंग की मदद से आई.टी.सी का लाभ उठाने के लिए बनाया गया था। इस प्रकार इन दोनों फर्मों द्वारा 6.3 करोड़ का फर्जी आई.टी.सी का लाभ उठाया गया और धोखाधड़ी से पारित किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि राम उर्फ रमन छग्गर ने धोखाधड़ी से आई टी सी का लाभ उठाने में मदद की और लगभग पांच अन्य फर्मों द्वारा 6 करोड़ का फर्जी आई टी सी का लाभ उठाया है। इसके साथ राम उर्फ रमन छग्गर ने यह भी माना है, कि इस प्रकार से उन्होंने सरकारी खजाने को लगभग 12 करोड़ का चूना लगाया है। अधिकारियों ने बताया कि एकत्रित किए गए सबूतों और बयान के आधार पर विभाग ने राम उर्फ रमन छग्गर को गिरफ्तार कर मेजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 4 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामले में आगे की जांच की जा रही है और इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ने में अधिकारी जुट चुके हैं।