x
चंडीगढ़: पंजाब सतर्कता ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने राज्य के पूर्व मंत्री (former state minister)व बीजेपी के नेता सुंदर शाम अरोड़ा (BJP leader Sunder Sham Arora) को एक अधिकारी को 50 लाख रुपए की रिश्वत की पेशकश (offering Rs 50 lakh bribe) करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि अपने खिलाफ दर्ज मामले का निपटारा कराने के लिए अरोड़ा ने अधिकारी को रिश्वत की पेशकश की थी
अरोड़ा जून में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. अरोड़ा को शनिवार रात मोहाली के जीरकपुर से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब उन्होंने सतर्कता ब्यूरो के सहायक महानिरीक्षक को नकदी सौंपने की कथित तौर पर कोशिश की. मोहाली की एक अदालत ने रविवार को अरोड़ा को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
अरोड़ा पिछली कांग्रेस सरकार के तीसरे पूर्व मंत्री हैं, जिन्हें इस साल मार्च में आम आदमी पार्टी (आप) के सत्ता में आने के बाद गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले, सतर्कता ब्यूरो ने पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और भारत भूषण आशु को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया था. अरोड़ा पिछली कांग्रेस सरकार में उद्योग मंत्री थे. वह आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के मामले में और उनके कार्यकाल के दौरान हुई कथित अनियमितताओं के मामले में जांच के दायरे में हैं
अरोड़ा ने सतर्कता ब्यूरो के अधिकारी को रिश्वत देने के आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. मोहाली में अदालत ले जाने के दौरान उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मुझे अदालत पर पूरा भरोसा है. सब कुछ ठीक हो जाएगा.
इससे पहले, पंजाब सतर्कता ब्यूरो के मुख्य निदेशक वरिंदर कुमार ने पत्रकारों को बताया कि अरोड़ा को संबंधित मामलों में मदद मांगने के वास्ते एक सतर्कता अधिकारी को कथित तौर पर 50 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
सतर्कता ब्यूरो के मुख्य निदेशक कुमार ने बताया कि अरोड़ा ने कथित तौर पर जांच की निगरानी कर रहे सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) मनमोहन कुमार शर्मा से 14 अक्टूबर को संपर्क किया और मामलों से अपना नाम हटवाने के लिए उनसे मदद मांगी. उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री ने एक करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी.
मुख्य निदेशक ने आरोप लगाया कि अरोड़ा ने पहले 50 लाख रुपए और बाकी राशि बाद में देने का प्रस्ताव दिया था. उन्होंने बताया कि शर्मा के अपने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी देने के बाद अरोड़ा को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह 50 लाख रुपये से भरा एक बैग देने की कोशिश कर रहे थे. कुमार ने कहा कि अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मोहाली अदालत में पेश करने से पहले अरोड़ा का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया. बाद में सतर्कता ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा कि अदालत ने अरोड़ा को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है और उन्हें 19 अक्टूबर को अदालत में पेश किया जाएगा. अरोड़ा पिछली सरकार में उद्योग मंत्री रहते हुए पंजाब लघु उद्योग और निर्यात निगम के औद्योगिक भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितताओं और मोहाली में जेसीटी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के 32 एकड़ के वाणिज्यिक भूखंड को एक रियल्टी कंपनी को बेचने के लिए सतर्कता जांच के दायरे में हैं.
पंजाब में सरकार बनाने के बाद आप ने भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त न करने की बात कही थी. अमरिंदर सिंह नीत सरकार में वन मंत्री मंत्री रहे धर्मसोत को जून में भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. चरणजीत सिंह चन्नी नीत सरकार में वन मंत्री रहे संगत सिंह गिलजियान के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया था. पूर्व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री आशु को अगस्त में कथित खाद्यान्न परिवहन घोटाले में गिरफ्तार किया गया था.
Next Story