पंजाब

पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी विजिलेंस के निशाने पर

Subhi
18 Jun 2022 4:00 AM GMT
पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी विजिलेंस के निशाने पर
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पंजाब कांग्रेस की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही। भ्रष्टाचार व अवैध खनन के मामले में दो पूर्व मंत्रियों के बाद पठानकोट के भोआ से पूर्व विधायक जोगिंदर पाल के खिलाफ कार्रवाई ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है।

पंजाब कांग्रेस की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही। भ्रष्टाचार व अवैध खनन के मामले में दो पूर्व मंत्रियों के बाद पठानकोट के भोआ से पूर्व विधायक जोगिंदर पाल के खिलाफ कार्रवाई ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। इसके साथ ही राज्‍य के पूव्र मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी भी विजिलेंस के निशाने पर हैं। चन्‍नी के कुछ करीबी लोगों को जल्‍द ही गिरफ्तार किया जा सकता है।

कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री साधू सिंह धर्मसोत और जोगिंदर पाल पुलिस की गिरफ्त में हैं, जबकि संगत सिंह गिलजियां की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। अब अवैध खनन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी विजिलेंस के निशाने पर हैं। अवैध खनन व वन विभाग की जमीन को नुकसान पहुंचाने को लेकर रूपनगर के सालापुर गांव के पूर्व सरपंच इकबाल सिंह पहले ही पुलिस की हिरासत में हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी के करीबी हैं। अब उनके एक और करीबी जो¨गदर पाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

चन्नी ने ही फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में जोगिंदर पाल को दोबारा टिकट दिलवाई थी, जबकि तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इसका विरोध किया था, लेकिन मुख्यमंत्री चन्नी ने किसी की नहीं सुनी।

कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री काल में चरणजीत सिंह चन्नी ने जब अपने कैबिनेट साथी तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा पर 'मी टू' मामले में धमकी देने का आरोप लगाया था, उस समय जोगिंदर पाल पहले ऐसे विधायक थे, जो चन्नी के साथ खड़े थे।

वहीं, विजिलेंस जिस प्रकार से इकबाल सिंह को लेकर रूपनगर के जिंदापुर में अवैध रेत खनन को नाप रही है, उससे इस बात के पूरे संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले समय में चन्नी पर भी शिकंजा कस सकता है। बता दें कि चुनाव से पहले जब ईडी ने चन्नी के भांजे के पास से करोड़ों रुपये की रिकवरी की थी, तब भी आम आदमी पार्टी ने चन्नी पर अवैध रेत खनन के आरोप लगाए थे।

विजिलेंस ने जिस प्रकार से पूर्व मंत्री साधू सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां पर पर्चा दर्ज किया और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ 2000 करोड़ रुपये के टेंडर नियमों के बदलने को लेकर जांच शुरू की, उसने कांग्रेस की परेशानी बढ़ाई है।

पंजाब में कांग्रेस को दोहरी मार पड़ रही है। एक तरफ पुलिस लगातार भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस के नेताओं पर शिकंजा कसती जा रही है। दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टियों में शामिल हो रहे हैं।


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