पंजाब

केंद्र सरकार के खिलाफ किसान संगठनों ने किया रेलों का चक्का जाम

Shantanu Roy
31 July 2022 3:34 PM GMT
केंद्र सरकार के खिलाफ किसान संगठनों ने किया रेलों का चक्का जाम
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फिरोजपुर। संयुक्त किसान मोर्चा की कॉल पर आज अलग-अलग किसान मजदूर संगठनों द्वारा फिरोजपुर छावनी के रेलवे स्टेशन, बस्ती टेंकावाली, रेलवे स्टेशन मल्ला वाला और मक्खू आदि पर प्रात 11 से दोपहर 3 बजे तक रेल ट्रैक जाम करते हुए रेल का चक्का जाम किया गया। अलग-अलग किसान मजदूर संगठनों के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा के साथ किसानी आंदोलन खत्म करते समय जो वायदे किए थे उनमें से कोई भी वायदा पूरा नहीं किया गया जिस कारण किसान मजदूर संगठनों को रेल का चक्का जाम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। किसान मजदूर संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार 23 फसलों पर कम से कम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का नोटिफिकेशन जारी करें, एम.एस.पी. पर बनाई गई कमेटी को भंग करके डॉक्टर स्वामीनाथन की रिपोर्ट को तुरंत लागू किया जाए, लखीमपुर खीरी कांड के कथित रूप में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके जेल में बंद किया जाए।

किसान आंदोलन के दौरान आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज किए गए सभी मुकदमे रद्द किए जाएं, किसानी आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों मजदूरों के परिवारों को किए गए वायदे के अनुसार पांच-पांच लाख का मुआवजा और शहीद के एक परिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए तथा शहीद हुए किसान मजदूरों को शहीद का दर्जा दिया जाए। किसान मजदूरों ने पंजाब में पानी के नीचे गिर रहे स्तर को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने, फसली विभिन्नता पर खरीद की गारंटी देकर पंजाब के किसानों को गेहूं व धान के चक्कर में से बाहर निकालने, गेहूं तथा धान के नाड को खत्म करने के लिए किसानों को विशेष रूप में मुआवजा देने की मांग की और कहा कि दरियाई पानियों को प्रदूषित करने वाली फैक्टरी मालिको पर भारी जुर्माने लगाए जाएं और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए। किसानों द्वारा रेल का चक्का जाम करने के कारण आम लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और रेलवे स्टेशनों और रेलगाड़ियों की सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस सहित आर.पी.एफ. और जी.आर.पी. द्वारा भारी संख्या में पुलिसकर्मी रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइनों पर तैनात किए गए।

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