पंजाब

पकड़ा गया फर्जी कॉल सेंटर, 13 शातिर गिरफ्तार

Sonam
1 Aug 2023 6:24 AM GMT
पकड़ा गया फर्जी कॉल सेंटर, 13 शातिर गिरफ्तार
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संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के लोगों को पे-पाल अकाउंट बंद होने की ईमेल भेजकर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश कर मोहाली पुलिस ने 13 शातिरों को गिरफ्तार किया है। गिरोह लॉजिस्टिक कंपनी की आड़ में फर्जी कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकियों से हर माह करीब एक करोड़ रुपये की ठगी कर रहा था। गिरोह का सरगना डेराबस्सी निवासी रोहित चेची है।

पकड़े गए आरोपियों में सरगना रोहित के अलावा डेराबस्सी निवासी दर्शनदीप, कासा होम्स मोहाली निवासी युवराज सलारिया, सेक्टर-125 निवासी देवेंद्र कुमार, सेक्टर-91 निवासी कार्तिक, बलजिंदर सिंह, नमन, सेक्टर-84 निवासी देव कुमार, सेक्टर-85 निवासी मोहित कुमार, खरड़ निवासी इरफान, चंडीगढ़ सेक्टर-46 निवासी प्रशांत और गांव ऊधनवाल (नवांशहर) निवासी विक्रम सिंह शामिल हैं।

पुलिस ने सभी आरोपियों को जिला अदालत में पेश कर तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। मामले में जीरकपुर के गौरव शर्मा को सोमवार शाम को गिरफ्तार किया गया, जिसे मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा। इंडस्ट्रियल एरिया फेज-8 स्थित एक इमारत की तीसरी मंजिल पर चल रहे फर्जी कॉल सेंटर में छापा मारकर पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन मोबाइल और 12 कंप्यूटर बरामद किए। पुलिस अब मोबाइल और कंप्यूटर का डाटा खंगालेगी ताकि पता चल सके कि आरोपियों ने अब तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है और कितने रुपये की धोखाधड़ी की है।

कंपनी में कुल 25 कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें से 13 पकड़े गए हैं। पुलिस का कहना है कि अगर बाकियों की संलिप्तता सामने आई तो उन्हें भी पकड़ा जाएगा। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि गिरोह कब से फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था।

आरोपी ऐसे फंसाते थे अमेरिकी नागरिकों को

मोहाली के एसएसपी डॉ. संदीप कुमार गर्ग ने बताया कि एसपी (ट्रैफिक) हरिंदर सिंह मान इलाके में कंपनियों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर पड़ताल की गई और फिर इंडस्ट्रियल एरिया फेज-8 स्थित इमारत की तीसरी मंजिल पर लॉजिस्टिक कंपनी की आड़ में चल रहे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया।

एसएसपी ने बताया कि गिरोह के शातिर सदस्य यूएसए में रहने वाले लोगों से संपर्क साधकर उन्हें कहते थे कि वह पे-पाल कंपनी के कर्मचारी हैं। आरोपी उन्हें एक ईमेल भेजकर उनका पे-पाल अकाउंट ब्लॉक होने के बारे में बताते और खाते को दोबारा से चालू करवाने के लिए उनके टोल फ्री नंबर पर कॉल करने को कहते थे। इसके बाद जब वहां के लोग उन्हें टोल-फ्री नंबर पर कॉल करते तो शातिर अमेरिकी लोगों से दोबारा अकाउंट शुरू करने के नाम पर 200 से 500 डॉलर वसूल लेते।

गूगल एड का भी लेते थे सहारा

पुलिस ने बताया कि आरोपी ईमेल से पे-पाल अकाउंट बंद होने के तरीके का इस्तेमाल करने के साथ ही गूगल एड का भी सहारा लेते थे। जीरकपुर, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ शातिर कॉल जनरेट कर गिरोह को उपलब्ध करवाते थे।

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