
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
सुखदेव सिंह (41) ट्रक पर चालक था। सुखदेव बुधवार को ट्रक लेकर दिल्ली के अलीपुर से बहालगढ़ स्थित क्रोन कंपनी के लिए चला था। जब वह कंपनी के नजदीक पहुंचा तो उसका ट्रक रोड के ऊपर से गुजर रहे लटकते तारों की चपेट में आ गया।
सोनीपत के गांव बहालगढ़ के पास हाईटेंशन बिजली के तार से टकराने के बाद ट्रक में आग से बचने के प्रयास में चालक को करंट लग गया। इससे वह झुलस गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर बिजली निगम कर्मियों के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पंजाब के अमृतसर वेरका स्थित तीर्थ नगर निवासी बलविंदर सिंह ने बहालगढ़ थाना पुलिस को बताया कि उसका भाई सुखदेव सिंह (41) ट्रक पर चालक था। सुखदेव बुधवार को ट्रक लेकर दिल्ली के अलीपुर से बहालगढ़ स्थित क्रोन कंपनी के लिए चला था। जब वह कंपनी के नजदीक पहुंचा तो उसका ट्रक रोड के ऊपर से गुजर रहे लटकते तारों की चपेट में आ गया। इससे ट्रक के टायरों में आग लग गई। टायरों में आग लगी देख उसके भाई ने बचने के लिए नीचे उतरने का प्रयास किया तो वह करंट की चपेट में आ गया। करंट के कारण उसका भाई बुरी तरह से झुलस गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बलविंदर ने बिजली के ढीले तारों को सुखदेव की मौत का जिम्मेदार बताया। उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने बिजली निगम के कर्मियों के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है।
सरकारी विभागों, बोर्ड-निगमों की कच्ची भर्तियों में बैकडोर एंट्री के सारे रास्ते बंद हो गए हैं। हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने ऐसा फुलप्रूफ सिस्टम तैयार किया है कि बिना योग्यता नौकरी लग ही नहीं सकती। निगम के पोर्टल पर पंजीकरण से लेकर नियुक्ति तक की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन ही है।
निगम 46 विभागों की मांग पर 3248 कर्मचारी उपलब्ध करवा रहा है, जिनमें चहेतों को न लगवा पाने वालों की बैचेनी बढ़ी हुई है। चारों ओर सिफारिश लगाने के बावजूद जवाब ना में ही मिल रहा है। निगम के अधीन अब तक 61 हजार कर्मचारी आ चुके हैं, ये आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत पहले से विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों में कार्यरत थे। अब इन्हें निगम के पे-रोल पर कर दिया गया है।
अब तक विभागों, उपक्रमों में नौकरियों के नाम पर रेवड़ियां बंटती रही। रसूखदार अपने चहेतों को योग्यता पूरी न होने पर भी दबाव बनाकर लगवा ले गए। डीसी रेट की नौकरियों में सबसे अधिक सिफारिश चली। ठेकेदार प्रथा को खत्म करने के लिए गठित रोजगार निगम ने अस्तित्व में आते ही पिछले दरवाजे की सारी भर्तियों पर अंकुश लगा दिया।
अनुभवी कर्मियों को पहले तरजीह
रोजगार निगम नौकरियों में अनुभवी कर्मियों को तरजीह दे रहा है। विभागों से आने वाली कर्मचारियों की मांग को निगम अपने पोर्टल पर अपलोड करता है। पोर्टल पर पंजीकृत व्यक्तियों के अनुभव प्रमाण पत्र का सत्यापन संबंधित विभाग के आहरण एवं वितरण अधिकारी से सत्यापित करवाया जाता है। उसके बाद शैक्षणिक दस्तावेज जांचकर संबंधित व्यक्ति को मोबाइल पर नौकरी का मैसेज भेजा जाता है। उसे स्वीकार करने पर नियुक्ति पत्र भी ऑनलाइन ही मिलता है।
2412 को ऑफर लेटर दिया, 1443 ज्वाइन कर चुके: पांडेय
कौशल रोजगार निगम के सीईओ डॉ. अनंत प्रकाश पांडेय ने बताया कि कच्ची नौकरियां प्रदान करने में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। विभागों की मांग पर 3200 से अधिक कर्मचारी मुहैया करा रहे हैं। 2412 को ऑफर लेटर दिया है, जिनमें से 1443 ने ज्वाइन कर लिया है।
अभी पोर्टल पर पंजीकृत अनुभवी कर्मियों को तवज्जो दे रहे हैं। अनुभवी कर्मी न मिलने पर खाली पद भरने के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा। विभागों, उपक्रमों से आए कर्मचारियों के लिए पे-प्रोटेक्शन नियम भी लागू किया है। 61 हजार कर्मियों को अब तक 350 करोड़ रुपये वेतन सीधा खाते में प्रदान कर चुके हैं।
किन विभागों में भरे जा रहे कौन से पद
पदनाम कुल पद भरे गए
सहायक लाइनमैन 482 350
योग सहायक 605 353
कला शिक्षा सहायक 733 146
ईएसआई कर्मचारी 166 70
एनएचएम कर्मी 578 248
जेल कर्मी 30 24
बिजली कर्मी 482 225
परिवहन कर्मी 55 34
निकाय कर्मी 58 21
चिकित्सा शिक्षा कर्मी 32 11
सचिवालय स्थापना कर्मी 27 13
तकनीकी शिक्षा कर्मी 12 6
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