पंजाब
सरकार की बेरुखी से परेशान कर्मचारी यूनियन, इस तारीख तक बढ़ाई हड़ताल
Shantanu Roy
20 Oct 2022 3:50 PM GMT
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लुधियाना। अपनी मांगों को लेकर पिछले 10 दिनों से कलम छोड़ो हड़ताल पर चल रही पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन ने पंजाब सरकार की बेरुखी से क्षुब्ध होकर दूसरी बार हड़ताल को आगे बढ़ाने की घोषणा की है। 10 अक्तूबर से राज्य भर के सभी सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों द्वारा शुरू की गई यह हड़ताल अब 26 अक्तूबर तक जारी रहेगी। इस हड़ताल से सरकार के राजस्व को भी करोड़ों रुपए का नुक्सान हो रहा है। इसकी पुष्टि करते हुए यूनियन के जिला प्रधान संजीव भार्गव, लखवीर सिंह, सुनील कुमार, अमित अरोरा, विकास जुनेजा, राजेश शर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले कमचारियों की सब मांगें सरकार बनने के तुरंत बाद पूरी करने का आश्वासन देकर वोट हासिल करने वाले आम आदमी पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार बनने के बाद जिस तरह बदले हैं उसका कोई और उदाहरण देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि पिछले 10 दिनों से राज्य भर के सभी सरकारी दफ्तरों में चल रही हड़ताल के बावजूद सरकार कर्मचारियों के साथ बातचीत करने को तैयार नहीं है, जबकि यूनियन ने हड़ताल पर जाने से पहले लगातार रैलियां कर और मांगपत्र देकर सरकार को चेताने का प्रयास किया था.
लेकिन सत्ता के नशे में चूर सरकार की लीडरशिप के पास कर्मचारियों के लिए समय ही नहीं है। पंजाब की समूची लीडरशिप यहां तक की खुद मुख्यमंत्री मान गुजरात चुनावों में इतने व्यस्त हैं कि उनके पास पंजाब और पंजाबियों के लिए समय ही नहीं है। उधर दीवाली जैसे प्रमुख त्यौहार के करीब सरकार और यूनियन के मध्य पनपे विवाद से शुरू हुई हड़ताल का खमियाजा राज्य की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। सरकारी दफ्तरों में कामकाज बंद रहने से जहां लोगों की मुसीबतें बढ़ चुकी हैं, वहीं सरकारी दफ्तरों के साथ जुड़े हजारों दूसरे परिवार जिनकी रोजी रोटी का माध्यम उनसे जुड़ा हुआ है, को अब रोटी के भी लाले पड़ चुके हैं। बेशक कर्मचारियों को मिलने वाली तनख्वाह और अन्य लाभ देर सवेर मिल जाएंगे, लेकिन जिन हजारों परिवारों का पूरा दारोमदार ही इन दफ्तरों से संबंधित कार्यों से जुड़ा है उनके लिए सभी त्यौहार फीके रहने तय हैं। बता दें कि डी.टी.ओ., सिविल सृजन दफ्तर, सब रजिस्ट्रार दफ्तर सहित अन्य सरकारी दफ्तरों के साथ राज्य के हजारों परिवार ऐसे जुड़े हुए हैं जिनका जीवन इन्ही दफ्तरों से करवाए जाने वाले कार्यों से जुड़ा हुआ है।
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