इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगा राजीव गांधी स्वरोजगार योजना प्रोत्साहन
धर्मशाला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिले में तीन ग्रीन कॉरिडोर के विकास की समीक्षा की। प्रस्तावित गलियारों में परवाणु-नालागढ़-ऊना-हमीरपुर-संसारपुर टैरेस, बिलासपुर-हमीरपुर-कांगड़ा और मंडी-धर्मशाला-कांगड़ा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने इन कॉरिडोरों पर इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए चार्जिंग सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने और विद्युत चालित वाहनों के लिए चार्जिंग संबंधी बुनियादी ढांचे तक सुविधाजनक पहुंच सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने ईवी उपयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए शहरों के भीतर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के महत्त्व पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहाकि राज्य सरकार ने 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इलेक्ट्रिक वाहनोें की इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी। इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश मंत्रिमंडल ने हाल ही में राजीव गांधी स्वरोजगार योजना-2023 को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत ई-टेक्सियों, ई-बसों और ई-ट्रकों की खरीद पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों को अगले 10 दिनों के भीतर हितधारकों के साथ एक बैठक करने के निर्देश भी दिए। इलेक्ट्रिक वाहनों केे पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत कर धीरे-धीरे सभी सरकारी वाहनों को ईवी में परिवर्तित करना सरकार का लक्ष्य है। राजीव गांधी स्वरोजगार योजना, स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के नवीन अवसर प्रदान करने के साथ-साथ सरकारी विभागों को इलेक्ट्रिक वाहन सेवा प्रदाताओं की सेवाएं लेने में सहायक सिद्ध होगी।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।