पंजाब

जमीनी स्तर के अधिकारियों से सीधा संवाद

Admin4
30 July 2022 11:47 AM GMT
जमीनी स्तर के अधिकारियों से सीधा संवाद
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पंजाब में लगातार गर्मख्याली व खालिस्तान नारे दीवारों पर लिखे जा रहे हैं, जिसके खिलाफ पुलिस का अभियान चल रहा है। लेकिन अमेरिका में बैठकर सिख फॉर जस्टिस का गुरपतवंत सिंह पन्नू लगातार पंजाब पुलिस व सीएम को चुनौती दे रहा है।

पंजाब के नवनियुक्त डीजीपी गौरव यादव मैदान में हैं और जमीनी स्तर पर पुलिस अधिकारियों से सीधा संवाद कर उन्होंने अधिकारियों को मजबूत के लिए हौसला बढ़ाना शुरू कर दिया है। पंजाब में ड्रग व गैंगस्टरों के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन चल रहा है और ऐसे में गौरव यादव जमीनी स्तर के अधिकारियों को मजबूत करने में जुट गए हैं।

दरअसल, पंजाब में सीमावर्ती इलाका नशे तस्करी से जूझ रहा है और पाक समर्थित नशा तस्करों का नेटवर्क काफी मजबूत बना हुआ है। पंजाब में लगातार पाक से आने वाले ड्रोन हेरोइन की खेप गिरा रहे हैं। मंगलवार रात को भी अमृतसर के इलाके के एक स्कूल में पाक ड्रोन ने हेरोइन की खेप गिराई। पंजाब में सीमावर्ती इलाकों में पुलिस का मनोबल ऊंचा रहे और तस्करों पर नकेल कसी जाए, इसको लेकर डीजीपी ने बॉर्डर रेंज के तमाम अधिकारियों के अलावा डीएसपी स्तर के अधिकारियों की पीठ थपथपाई है।

वहीं पंजाब में गैंगस्टरों का जबरदस्त आतंक बना है। सूत्रों के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब पुलिस का मनोबल काफी गिर गया था। पिछले साल 2021 में लुधियाना के जगरांव की नई अनाज मंडी में दो एएसआई भगवान सिंह और दलविंदर जीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पंजाब पुलिस का मनोबल काफी गिरता जा रहा था। ऐसे में गैंगस्टरों के खिलाफ पुलिस को मजबूत करना जरूरी है।

पंजाब में लगातार गर्मख्याली व खालिस्तान नारे दीवारों पर लिखे जा रहे हैं, जिसके खिलाफ पुलिस का अभियान चल रहा है। लेकिन अमेरिका में बैठकर सिख फॉर जस्टिस का गुरपतवंत सिंह पन्नू लगातार पंजाब पुलिस व सीएम को चुनौती दे रहा है। जो लोग उसके बहकावे में आकर देश विरोधी हरकतें कर रहे हैं, उनको इनाम भी भेज रहा है। लिहाजा, जमीनी स्तर पर पुलिस का हौसला बढ़ाना जरूरी है।

कोटकपूरा में गोलीकांड के बाद पुलिस का मनोबल काफी गिर गया था और पंजाब के तत्कालीन डीजीपी सुमेध सैनी को पदमुक्त करने के बाद उसके स्थान पर डीजीपी सुरेश अरोड़ा को लगाया गया था। उन्होंने लगातार पंजाब के कोने कोने में जाकर सीधा मुलाजिमों से संवाद किया और पुलिस का दोबारा मनोबल बढ़ाया था, ठीक उसी तरह से मौजूदा डीजीपी ने अपनी फोर्स का हौसला बढ़ाना शुरू कर दिया है।

बुधवार को एक ही दिन में डीजीपी ने रोपड़, लुधियाना रेंज, जालंधर रेंज व बार्डर रेंज की मीटिंग कर अधिकारियों की पीठ थपथपाई है और उनको ड्रग व गैंगस्टरों के खिलाफ मजबूत एक्शन व आपरेशन के लिए उत्साहित किया है।

सुखबीर ने डीएसपी स्तर के अधिकारियों को विधायकों के अधीन कर दिया था

2012 में जब अकाली दल भाजपा सत्ता में आई तो सुखबीर बादल ने पंजाब के तमाम पुलिस स्टेशनों का भौगोलिक नक्शा इस तरह से तैयार करवा दिया था कि एक विधायक के नीचे उसके तमाम पुलिस स्टेशन व डीएसपी स्तर का अधिकारी आने लगा था। इस तरह से पंजाब में 117 डीएसपी सब डिवीजन बनाकर लगाए गए। तय किया गया कि इलाके में एसएचओ व डीएसपी विधायक की मर्जी से तैनात होगा। इसका असर यह हुआ कि तमाम पुलिस अधिकारी विधायकों व मंत्रियों की शरण में चले गए। विधायकों की कोठी में बैठकर केसों को रद्द करने, एफआईआर दर्ज करने यहां तक कि जिमनी लिखने का सिलसिला चल पड़ा था और 2022 के विधानसभा चुनावों तक यह सिलसिला जारी रहा।

कैप्टन के कार्यकाल में भी पुलिस विधायकों के नीचे का फार्मूला जारी रहा, जिससे पुलिस का काफी राजनीतिकरण हो गया। इससे पुलिस अधिकारियों को भी अपने हाथ बंधे लगने लगे थे। यही वजह थी कि तस्करी के धंधे तक में कई राजपत्रित अधिकारियों के नाम सामने आ गए। लेकिन अब नया सिस्टम तैयार किया जा रहा है और गौरव यादव निचले स्तर के अधिकारियों को राजनीतिकरण से निकालने में लग गए हैं। वह सीधा संवाद कर डीएसपी से लेकर एसपी तक को हिदायतें जारी कर रहे हैं कि काम सही करें, लोगों को इंसाफ दें, किसी भी प्रेशर के नीचे आकर गलत कार्य स्वीकार नहीं होगा।


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