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जालंधर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का आज को जनरल इजलास होने जा रहा है। शिरोमणि कमेटी की प्रधानगी को लेकर 2 धड़े बन चुके हैं। अकाली दल की ओर से हरजिन्द्र सिंह धामी को उम्मीदवार बनाया गया है जबकि उनके मुकाबले शिरोमणि कमेटी की पूर्व प्रधान बीबी जगीर कौर चुनाव लड़ने जा रही हैं। बीबी जगीर कौर के अपने स्टैंड पर अडे़ रहने के कारण उन्हें अकाली दल से निष्कासित किया जा चुका है। इसके बावजूद वह अपने स्टैंड से पीछे नहीं हट रही हैं औरआज कमेटी के जनरल इजलास में प्रधानगी के लिए उम्मीदवार के तौर पर खड़ी होंगी। बीबी जगीर कौर के प्रधानगी के लिए उम्मीदवार के तौर पर डटकर खड़े रहने के कारण सिख सियासत में प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। अकाली दल उनके स्टैंड को गलत करार दे रहा है तो अकाली दल से ही नाते तोड़ कर भाजपा में गए पूर्व वित्त मंत्री परमिन्द्र सिंह ढींडसा बीबी जगीर कौर के स्टैंड को सही करार दे रहे हैं। यही नहीं उन्होंने दावा किया है कि जनरल इजलास के दौरान स्वयं बादलों के अपने समर्थक बीबी जगीर कौर को वोट डालते नजर आएंगे।
बीबी जगीर कौर द्वारा लिए गए स्टैंड बारे परमिन्द्र सिंह ढींडसा से बात करने पर उन्होंने कहा कि सिख सियासत के लिए बुधवार का दिन बहुत ही अहम है क्योंकि सिख सियासत में बहुत ही बड़ा बदलाव आने जा रहा है तथा मुझे आशा है कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मैंबर एस.जी.पी.सी. को एक परिवार से मुक्त करके सिख कौम के हवाले करेंगे। हम बीबी जगीर कौर से भी आशा करते हैं कि बीबी जी सिख कौम की भावनाओं को मुख्य रखते हुए सिखी की चढ़दी कला के लिए जो भी कदम उठाए जा सकते हैं, उठाएंगी तथा शिरोमणि कमेटी को सियासत तथा सियासी दखलअंदाजी से निजात दिलाएंगी। गत दिवस इकबाल सिंह लालपुरा के घर में गुरुपर्व संबंधी समागम हुआ है और पी.एम. मोदी के एक सोशल मीडिया अकाऊंट पर 550वें गुरुपर्व संबंधी बीबी जगीर कौर के साथ एक फोटो रिफ्लैक्ट होती है और शिरोमणि अकाली दल लगातार यह आरोप लगा रहा है कि आज जो स्थिति पैदा हुई है उसके पीछे भाजपा का हाथ है। ऐसे में आप कह सकते हैं कि यह सब सियासत से दूर है। इस पर परमिन्द्र सिंह ढींडसा ने कहा कि बीबी जगीर कौर की यह फोटो जब प्रधानमंत्री गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में माथा टेकने आए थे तब की है। उस फोटो को आज के साथ कैसे जोड़कर देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि उस समय तो बीबी हरसिमरत कौर बादल और सुखबीर बादल भी मोदी जी के साथ बैठे थे। मैं समझता हूं कि अकाली दल के पतन का कारण भी यही है कि इसने झूठ का सहारा लिया है।
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