पंजाब

कांग्रेस को 16 चुनावों में से 10 बार मिली जीत, जाने इस बार के समीकरण

Admindelhi1
15 March 2024 8:07 AM GMT
कांग्रेस को 16 चुनावों में से 10 बार मिली जीत, जाने इस बार के समीकरण
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क्या ढह जाएगा कांग्रेस का अभेद्य किला

पंजाब न्यूज: लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर 14 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गईं. वह वर्तमान में पटियाला से सांसद हैं। उन्होंने पंजाब प्रभारी और गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी मौजूद रहे. परनीत के बीजेपी में जाने से अब कांग्रेस के लिए अपने अभेद्य किले को बचाने की बड़ी चुनौती पैदा हो गई है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...

16 चुनावों में 10 बार जीत हासिल की

पटियाला में कांग्रेस हमेशा मजबूत रही है. यहां हुए 16 चुनावों में से 10 बार कांग्रेस को जीत मिली है. पिछले 50 सालों से पटियाला की राजनीति कैप्टन अमरिंदर सिंह के निवास स्थान मोती महल के इर्द-गिर्द घूमती रही है. कैप्टन के परिवार का कोई सदस्य यहां से छह बार जीत चुका है.

1967 में कैप्टन के परिवार की पटियाला सीट पर एंट्री

पटियाला सीट पर हमेशा कैप्टन के परिवार यानी राजपरिवार का दबदबा रहा है. कैप्टन की मां मोहिंदर कौर ने पहली बार 1967 में कांग्रेस के टिकट पर यह सीट जीती थी. इसके बाद 1977 में कैप्टन अमरिंदर ने इस सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें अकाली दल के गुरचरण तोहरा से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, इसके बाद 1980 में अमरिंदर दोबारा चुनाव जीते.

परनीत कौर चार बार सांसद हैं

परनीत कौर पहली बार 1999 में पटियाला सीट से सांसद चुनी गईं। इसके बाद वह 2019 तक 4 चुनाव जीत चुकी हैं. 2014 में ही उन्हें आम आदमी पार्टी के धर्मवीर गांधी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इस बार माना जा रहा है कि बीजेपी उन्हें पटियाला से उम्मीदवार बना सकती है. पिछले 30 साल में यह पहली बार होगा कि कोई बीजेपी उम्मीदवार पटियाला से चुनाव लड़ेगा.

कांग्रेस ने पिछले साल परनीत कौर को निलंबित कर दिया था

कांग्रेस ने 3 फरवरी, 2023 को परनीत कौर को पार्टी से निलंबित कर दिया। कैप्टन अमरेंद्र के बीजेपी में शामिल होने के बाद यह कदम उठाया गया. कांग्रेस छोड़ने के बाद अमरिंदर सिंह ने पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया, जिसका बाद में बीजेपी में विलय हो गया.

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