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पंजाब में वायरस के बाद इस नए फीवर की पुष्टि, मचा हड़कंप

Shantanu Roy
8 Sep 2022 4:54 PM GMT
पंजाब में वायरस के बाद इस नए फीवर की पुष्टि, मचा हड़कंप
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चंडीगढ़। पंजाब के पशुपालन, मछली पालन और डेयरी विकास मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बतायाकि जिला मानसा के गांव तलवंडी अकलिया से भेजे गए सूअरों के सैंपलों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर पाया गया है। भारतीय कृषि अनुसंधान कौंसिल (आई.सी.ए.आर.) राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्था, भोपाल द्वारा इसकी पुष्टि के उपरांत पशु पालन विभाग ने जिले में बीमारी की रोकथाम के लिए पाबंदियां सख्ती से लागू कर दी हैं। बीमारी के केंद्र से एक किलोमीटर तक का क्षेत्र 'संक्रमण जोन' और 1 से 10 किलोमीटर (9 किलोमीटर) तक का क्षेत्र 'निगरानी जोन' घोषित किया गया है।
विभाग के मुलाजिमों को हिदायत की गई है कि वे जिंदा/मृत सूअर (जंगली सूअरों सहित), नॉन- प्रोसैस्ड सूअर का मीट, सूअर पालन फार्म या बैकयार्ड सूअर पालन से कोई भी फीड या सामग्री/सामान इनफैक्टिड जोन से बाहर ले जाने और जोन में लाने से रोकना यकीनी बनाया जाए और सूचीबद्ध बीमारी से संक्रमित सूअर या सूअर उत्पाद को मार्कीट में लाने से रोका जाए। राज्य में बीमारी की रोकथाम के लिए सूअरों की किलिंग संबंधी कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि अफ्रीकन स्वाइन फीवर से प्रभावित राज्य के 4 जिलों पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, एस.बी.एस. नगर और फाजिल्का में 735 सूअरों की किलिंग की जा चुकी है। पटियाला में 471, फतेहगढ़ साहिब में 68, एस.बी.एस. नगर में 176 और फाजिल्का में 20 सूअरों की किलिंग की गई है। पशुपालन मंत्री ने कहा कि सूअरों की किलिंग के लिए राज्य सरकार द्वारा मुआवजा नीति घोषित की गई है और विभाग द्वारा नोटिफाई किए गए बीमारी के केंद्र से 1 किलोमीटर के दायरे के 'संक्रमण जोन' में विभाग द्वारा मारे गए सूअरों के लिए ही मुआवजा दिया जाएगा।
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