चंडीगढ़। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घडूआ में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियां हमारी शान, मर्यादा और गौरव हैं और ऐसी कोई भी घटना निंदनीय है। भगवंत मान ने कहा कि वह घटना के बारे में जानकर दुखी हैं और उन्होंने जिला प्रशासन से घटना की गहन जांच करने को कहा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इस जघन्य अपराध में दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं और पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। भगवंत मान ने लोगों से असामाजिक तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों में न आने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस संवेदनशील मुद्दे को लेकर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि पंजाब की मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की करीब 60 छात्राओं को नहाते हुए का वीडियो वारयल हुआ है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो कैंपस की ही एक छात्रा ने बनाया था। उक्त छात्रा ने इस वीडियो को अपने पुरुष दोस्त को भेजा जो हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में रह रहा है। उसने इन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद यह मामला काफी गरमा गया। इस घटना के बाद छात्राओं ने देर रात करीब ढाई बजे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन किया और यूनिवर्सिटी प्रशासन पर मामला दबाने का आरोप लगाया। छात्राओं ने इंसाफ के लिए जमकर नारेबाजी भी की। हंगामे को देखते हुए पुलिस को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने वीडियो बनाने वाली युवती को हिरासत में ले लिया है।
वीडियो बनाने वाली छात्रा और उसे वायरल करने वाला युवक दोनों ही हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि उक्त छात्रा लंबे समय से छात्राओं की नहाते समय की वीडियो बना रही थी और शिमला में अपने पुरुष दोस्त को भेज रही थी। जिसके बाद युवक ने इन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि पुलिस पूछताछ में आरोपी छात्रा ने बताया कि उसने किसी दूसरी छात्रा का वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया है। उसने सिर्फ आपना ही वीडियो रिकॉर्ड करके भेजा है। पुलिस अधिकारी के मुताबकि आरोपी छात्रा का मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।