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चंडीगढ़। लोन देने के बहाने मोबाइल फोन में लोन मनी एप डाउनलोड करवाकर न्यूड फोटो भेजकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के 21 सदस्यों को चंडीगढ़ साइबर सैल ने दिल्ली, राजस्थान, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर दबोच लिया। गिरोह के सरगना की पहचान रांची निवासी परवेज आलम उर्फ सोनू बधाना के रूप में हुई है। आरोपी को साइबर सैल ने झारखंड से दबोचा है जबकि 13 एजैंट/कॉल करने वाले दिल्ली, बिहार और झारखंड के 5 प्रबंधक व टीम लीडर, चीन निवासी वान चेंग और अंशुल कुमार को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वान चेंग और अंशुल ठगी के सारे रुपए की देखरेख करता था, जबकि सरगना ऋण आवेदनों के सभी डोमेन का प्रबंधन करता था। साइबर सैल की टीम ने गिरोह की निशानदेही पर 17 लाख 31 हजार नकदी, 9 लैपटॉप, 41 मोबाइल फोन, डैस्क टॉप और चीन निवासी वान चेंग का एक्सपायर पासपोर्ट बरामद किया है। साइबर सैल जल्द आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल करेगी।
आई.जी. राजकुमार सिंह ने बताया कि इस गिरोह को पकड़ने के लिए एस.पी. केतन बंसल के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई थी। टीम ने डी.एस.पी. ए. वेंकटेश, इंस्पैक्टर रणजीत सिंह समेत अन्य पुलिस जवान शामिल किए गए। ठगों को पकड़ने के लिए साइबर सैल ने 5 राज्यों में फैले गिरोह को काबू करने के लिए 10 दिन तक छापेमारी की। छापेमारी के दौरान साइबर सैल ने झारखंड से गिरोह का सरगना रांची निवासी परवेज आलम उर्फ सोनू बधाना, बिहार और झारखंड के 5 प्रबंधक व टीम लीडर, चीन निवासी वान चेंग और अंशुल कुमार को दिल्ली और 13 एजैंट/कॉल करने वाले दिल्ली से गिरफ्तार किए। पूछताछ में पता चला कि झारखंड में बैठकर सरगना परवेज सारा गिरोह चला रहा था। उसने गिरोह के सदस्यों को अलग-अलग काम बांट रखा था। चीन निवासी वान चेंग और अंशुल कुमार ठगी के सारे रुपए की देखरेख करते थे, जबकि बाकी कॉल करने वाले 13 लोग मोबाइल फोन पर लोन की रकम के लिए फोन करते थे। इसके 5 टीम लीडर लोगों को अपने जाल में फंसाकर न्यूड फोटो भेजकर रुपए मंगवाते थे। साइबर सैल ने बताया कि गिरोह के सदस्य को ठगी के रुपए अपने काम के मुताबिक मिलते थे।
ऐसे फंसाते थे गिरोह के सदस्य
गिरोह के सदस्य सबसे पहले लोगों के मोबाइल नंबर पर मैसेज और कॉल कर लोन देने की बात कहते थे। लोन लेने के लिए तैयार होने पर व्यक्ति को मनी एप डाउनलोड करवाते और धोखाधड़ी से मोबाइल एक्सैस करने की अनुमति ले लेते थे। इसके बाद गैलरी में जाकर उनकी फोटो निकालकर एडिट कर न्यूड मोबाइल फोन पर भेज देते और रुपए मांगते थे। रुपए न देने पर न्यूड फोटो वायरल करने की धमकी देते थे।
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