न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
सोमवार से प्रदेश में दवा का स्टॉक खत्म हो गया था। अब दवा मिलने के बाद दोबारा से अभियान को तेज किया जाएगा। इस बारे में हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के प्रबंध निदेशक डॉ. श्रीकिशन बागोरिया ने बताया कि अब तक कुल 20 लाख खुराक खरीदी जा चुकी हैं।
पशुओं में फैल रही लंपी बीमारी की रोकथाम के लिए हरियाणा सरकार गॉट पाक्स दवा की 20 लाख खुराक खरीद कर चुकी है। तीन लाख दवा से टीकाकरण किया जा चुका है और 12.50 लाख खुराक जिलों में भेजी जा चुकी है। गुरुवार को 4.50 लाख खुराक और हरियाणा को मिल गई है। दवा मिलने के बाद अब सरकार ने 29 अगस्त तक तमाम 19 लाख स्वस्थ गायों का टीकाकरण करने का नया लक्ष्य रखा है।
पिछले चार दिनों से दवा खत्म होने के चलते जिलों में टीकाकरण अभियान नहीं चल पाया। इसके चलते 50 हजार से अधिक पशु इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। सप्ताह पहले, लंपी बीमारी को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरी कमान मुख्य सचिव संजीव कौशल को सौंपी थी। इसके बाद ही दो दिन में ढाई लाख पुशओं का टीकाकरण हो पाया था।
सोमवार से प्रदेश में दवा का स्टॉक खत्म हो गया था। अब दवा मिलने के बाद दोबारा से अभियान को तेज किया जाएगा। इस बारे में हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के प्रबंध निदेशक डॉ. श्रीकिशन बागोरिया ने बताया कि अब तक कुल 20 लाख खुराक खरीदी जा चुकी हैं। गुरुवार को 4.50 लाख खुराक और मिल गई हैं, इन्हें जिलों में भेजा जा रहा है। दवा की कोई कमी नहीं है।
29,104 पशु स्वस्थ हो चुके हैं
वर्तमान में प्रदेश के 3497 गांवों तक 52,544 पशु इस बीमारी से ग्रस्त हुए। इनमें से 29,104 पशु स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक 633 पशुओं की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 286 गौशालाओं में 7938 गौवंश इस बीमारी से ग्रस्त हैं। इनमें से 126 गौवंश की मृत्यु हो चुकी है। मृत्यु का प्रतिशत 1.2 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री ले रहे फीडबैक, मृत पशुओं को गहराई में दबाएं
लंपी मामले में खुद मुख्यमंत्री फीडबैक ले रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि एलएसडी बीमारी की रोकथाम के लिए पशुपालकों को फोगिंग करवाने और मक्खियों और मच्छरों को नियंत्रित करने की भी सलाह दी जा रही है। सभी गौशालाओं और गांवों में मक्खियों व मच्छरों के नियंत्रण के लिए फोगिंग करवाई जा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मृत पशु को 8 से 10 फुट की गहराई में दबाया जाए। उन्होंने कहा कि लंपी बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है।