पंजाब
BJP चुनेगी जिला प्रधान, विरोधी पार्टी से आए नेताओं को मिली यह जिम्मेदारी
Shantanu Roy
7 Oct 2022 4:11 PM GMT
x
बड़ी खबर
चंडीगढ़। पंजाब भाजपा के पुनर्गठन से पहले पार्टी ने जिला प्रधानों संबंधी फीडबैक लेने के लिए वरिष्ठ नेताओं को फील्ड में उतारा है। इसके तहत राज्य के 36 सांगठनिक जिलों के लिए एक-एक नेता को लगाया गया है। हालांकि प्रदेश नेतृत्व को रिपोर्ट 2 जिलों के लिए नियुक्त किए गए नेता देंगे। 2-2 जिलों की फीडबैक के लिए 2-2 नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने 'पंजाब केसरी' को बताया कि यह प्रक्रिया जिला प्रधानों के चयन के लिए है। जिला स्तर पर कोर टीम और वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात के बाद प्रदेश नेतृत्व को यह रिपोर्ट भी भेजी जाएगी कि जिले का प्रधान बदला जाए या नहीं। इसके अलावा पार्टी का मकसद उन नेताओं को भी संगठन में एडजस्ट करना है जो अन्य दलों से भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके लिए जिले के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की जाएगी कि उक्त नेता का स्थानीय कार्यकर्ता से कितना सामंजस्य है। यदि सही फीडबैक मिली तो पार्टी कांग्रेस या अकाली दल से आए वरिष्ठ नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी सौंपने से गुरेज नहीं करेगी।
जिन नेताओं को जिला प्रधान के चयन का जिम्मा सौंपा गया है वह 7 से 10 अक्तूबर के दौरान अपनी सहूलियत के हिसाब से संबंधित जिले का दौरा कर स्थानीय नेताओं से चर्चा करेंगे कि जिला अध्यक्ष के लिए कौन-कौन से काबिल चेहरे हो सकते हैं। यह नेता 12 अक्तूबर तक अपनी रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को देंगे और 15 अक्तूबर तक जिला प्रधानों के नाम फाइनल कर दिए जाएंगे। सूत्रों की मानें तो पार्टी 50 साल से कम आयु के सक्षम नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी सौंपना चाहती है। हालांकि जहां ऐसे युवा नेताओं की कमी होगी वहां उम्र को नजरअंदाज भी किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए फतेह जंग सिंह बाजवा को जालंधर उत्तरी, राणा गुरमीत सिंह सोढी को बटाला, राज कुमार वेरका को बठिंडा देहाती, केवल ढिल्लों को लुधियाना देहाती, बलबीर सिद्धू को रोपड़, सुंदर शाम अरोड़ा को जगरांव, अरविंद खन्ना को तरनतारन और लखविंद्र कौर गरचा को संगरूर-2 जिलों का जिम्मा सौंपा गया है। अकाली दल से आए सरूप चंद सिंगला को मोगा, सर्बजीत सिंह मक्कड़ को मानसा, परमिंद्र बराड़ को मुकेरियां व दीदार सिंह भट्टी को खन्ना जिले की रिपोर्ट देनी होगी।
Next Story