पंजाब
किसानों के पैसों की अदायगी के लिए प्रशासन द्वारा शूगर मिल खिलाफ बड़ी कार्रवाई
Shantanu Roy
17 Sep 2022 1:24 PM GMT
x
बड़ी खबर
फगवाड़ा। जिला प्रशासन ने अहम कदम उठाते हुए मैस. गोल्डन संधर शुगर मिल लिमिटेड फगवाड़ा जिला कपूरथला की जमीन के अलावा सभी प्लांट, मशीनरी, बिजली उत्पादन संयंत्र, ढांचा, भवन, यार्ड, रिहायशी क्षेत्र, वाहन, चल-अचल संपत्ति और भौतिक वस्तुएं पंजाब सरकार के माध्यम से कलैक्टर कपूरथला के पक्ष में तत्काल प्रभाव से अटैच कर दी गई है। बता दें कि उपरोक्त कुर्की मिल की भूमि पर लागू नहीं है क्योंकि यह भूमि महाराजा जगतजीत कपूरथला (वर्तमान में पंजाब सरकार) के मालिकाना अधिकार में है और केवल चीनी मिल के लिए शर्तों के अधीन दी जाती है। डिप्टी कमिश्नर कपूरथला विशेष सारंगल ने कहा कि कई किसानों ने अपनी गन्ने की फसल चीनी मिल को बेच दी थी लेकिन वर्ष 2019-20 से मिल द्वारा किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं किया गया है। इससे जहां-जहां किसानों के हित बुरी तरह प्रभावित हुए वहीं पंजाब सरकार, जिला प्रशासन और आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि मिल की हरियाणा की भूना तहसील में लगभग 150 एकड़ जमीन की बिक्री से जो लगभग 23.76 करोड़ रुपए प्राप्त हुए है, वह किसानों को देने के लिए 5700 योग्य किसानों की एस.डी.एम. दफ्तर फगवाडा की तरफ से बनाई गई सब कमेटी की तरफ से आपत्तियां प्राप्त की गई है। इस संबंधी किसानों को भुगतान के लिए योग्य किसानों की सूची केन कमीश्नर पंजाब को भेज दी गई है और किसानों को भुगतान की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने पिछले दिनों में राज्य के 22 जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को पत्र लिखकर मिल की संपत्तियों को अटैच कर किसानों का बकाया भुगतान करने के बारे में लिखा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार गन्ना किसानों को उनके रहते 50 करोड़ 33 लाख रुपए के बकाया मिलों से दिलवाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है और इसके लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को एक-एक पैसा देने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी और जरूरत अनुसार जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
Next Story