न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
डिप्टी डायरेक्टर डॉ. गुरदास सिंह और सीनियर वेटरिनरी अफसर डॉ. गुरदित्त सिंह ने बताया कि जिले में अब तक 6,411 पशु लंपी स्किन डिजीज से पीड़ित पाए गए हैं। इनमें से 661 गायों की मौत हो चुकी है। जबकि 418 गायें ठीक हुई हैं।
पंजाब में पहले गायों में लंपी स्किन डिजीज के मामले सामने आ रहे थे, वहीं अब मुक्तसर में एक भैंस में भी ये बीमारी पाई गई है। जिले में गांव सीरवाली में भैंस में लंपी स्किन बीमारी का पहला केस मिला है। इसके बाद अब पशु पालन विभाग इस बीमारी को लेकर भैंसों के टीकाकरण की मुहिम भी चला रहा है।
वहीं इस नए मामले से पशुपालन विभाग सकते में है। गाय के बाद भैंस के दूध को लेकर भ्रांति पैदा होने से लोग भी असमंजस में हैं। पहले गायों में लंपी बीमारी फैलने की चर्चाओं के चलते लोगों ने गाय के दूध का सेवन बंद कर दिया था।
डिप्टी डायरेक्टर डॉ. गुरदास सिंह और सीनियर वेटरिनरी अफसर डॉ. गुरदित्त सिंह ने बताया कि जिले में अब तक 6,411 पशु लंपी स्किन डिजीज से पीड़ित पाए गए हैं। इनमें से 661 गायों की मौत हो चुकी है। जबकि 418 गायें ठीक हुई हैं। अब जिले में लंपी से पीड़ित गायों की गिनती 5,331 हो गई है वहीं एक भैंस भी इस बीमारी से पीड़ित है। वेटरिनरी इंस्पेक्टर शेरबाज सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा पीड़ित पशुओं के अलावा अन्य पशुओं को बचाव के लिए भी टीकाकरण मुहिम चलाई जा रही है। जिस अधीन 12,032 पशुओं का टीकाकरण मुकम्मल हो चुका है।