
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
पठानकोट से लेकर फाजिल्का तक नाकेबंदी करके चेकिंग की गई। अमृतसर के अलावा पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर देहाती, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों में 100 नाके लगाए गए।
सीमांत इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने और ड्रोन गतिविधियों पर नजर रखते हुए तस्करी पर रोक लगाने के लिए पंजाब में शुरू किए अभियान के तहत एडीजीपी ह्यूमन राइट्स नरेश अरोड़ा ने गुरुवार मध्यरात्रि अजनाला सेक्टर का दौरा किया। पुलिस ने यह ऑपरेशन देश की सेकेंड लाइन आफ डिफेंस बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के साथ मिलकर चलाया।
यह अभियान पंजाब में पाकिस्तान के साथ सटे सात जिलों में चलाया गया। अमृतसर देहात के इलाके में चलाए गए अभियान के दौरान बॉर्डर जोन के आईजी मोहनीश चावला तथा एसएसपी देहाती स्वपनदीप शर्मा भी मौजूद थे।
एडीजीपी अरोड़ा ने कहा कि आज ड्रोन से जुड़ी गतिविधियां देश की सबसे बड़ी चुनौती बन गई हैं। इस अभियान का मेजर फोकस हेरोइन, हथियार, विस्फोटक और ग्रेनेड आदि की तस्करी बाबत ड्रोन की गतिविधियों पर नजर रखना है और तस्करों और गैंगस्टरों से निपटना है।
उन्होंने कहा कि पठानकोट से लेकर फाजिल्का तक नाकेबंदी करके चेकिंग की गई। अमृतसर के अलावा पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर देहाती, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों में 100 नाके लगाए गए। हर नाके पर पुलिस बल के 25 जवान मुस्तैद किए गए। रात के अभियान में 2500 जवानों ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने पुलिस और बीएसएफ के अधिकारियों के साथ ड्रोन की चुनौती से निपटने पर विचार किया।
